चारों तरफ पानी ही पानी और हाथ में दारू की बोतल, शराब के लिए कुछ भी करेगा!
भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात के बावजूद शराबियों का नशे के प्रति जुनून कम नहीं हो रहा है। गांव में जगह-जगह जलभराव, कीचड़ और टूटी सड़कों के बीच भी लोग छाता लेकर, पैदल और जोखिम उठाकर कलारी सरकारी शराब दुकान से शराब खरीदकर ला रहे हैं। एमपी के शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील के ग्राम पचावली में ग्रामीणों ने बताया कि कई लोग शराब थैलियों में भरकर घर ला रहे हैं, जबकि रास्ते खतरनाक हालत में हैं।
तेज बहाव के कारण कई बार गिरने की भी नौबत आ चुकी है, लेकिन नशे के आदी लोग बाज नहीं आ रहे। इस समय पचावली समेत कोलारस तहसील के कई गांवों में लगातार बारिश से फसलें तबाह हो चुकी हैं। खेतों में पानी भर गया है, रास्ते दलदल में बदल गए हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लेकिन इन हालात में भी शराब की लत छोड़ने के बजाय लोग हर रोज रिस्क लेकर कलारी तक पहुंच रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ फसलें डूब गई हैं, परिवारों पर संकट है, फिर भी कुछ लोग शराब के पीछे अपनी कमाई और समय दोनों खराब कर रहे हैं। इससे घरों में विवाद और परेशानी भी बढ़ रही है। गांव के जागरूक लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि बारिश और बाढ़ के इस कठिन समय में कलारी को कुछ समय के लिए बंद किया जाए, ताकि लोग घरों में सुरक्षित रहें और शराब से होने वाले विवाद और नुकसान को भी रोका जा सके। भारी बारिश और जीवन संकट के इस दौर में भी नशे की लत कितनी गहरी है, इसका यह ताजा उदाहरण है। ज़रूरत है कि प्रशासन, समाज और परिवार मिलकर जागरूकता बढ़ाएं और लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें।