Sagar- भूपेन्द्र सिंह का नोटिस ! नाम का दुरुपयोग या बदनाम किया तो होगी क़ानूनी कार्यवाही
मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार चर्चा का कारण उनका जारी किया गया एक सार्वजनिक नोटिस है।24 अगस्त की देर शाम भूपेंद्र सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह नोटिस साझा किया। इसमें उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों की सूची दी है, जिसमें उनकी पत्नी, पुत्रियाँ और पुत्र शामिल हैं। नोटिस में साफ लिखा गया है कि यदि इनके अलावा कोई भी व्यक्ति—भले ही उनके कुटुंब का सदस्य ही क्यों न हो—अपने व्यक्तिगत व्यवसाय में भूपेंद्र सिंह के नाम का उपयोग करता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उसी व्यक्ति की होगी। भूपेंद्र सिंह और उनका परिवार ऐसे किसी कार्य, व्यवहार या विवाद से पूरी तरह असंबंधित रहेंगे।
साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कुटुंब का कोई सदस्य भी व्यवसायिक कार्यों या गैरकानूनी गतिविधियों में उनके नाम का उपयोग या दुरुपयोग करता है और इसके चलते उनका दुष्प्रचार किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में वे उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होंगे।
ये नोटिस अधिवक्ता कृष्णवीर सिंह ठाकुर के लेटर हेड पर जारी किया गया है। आइये आपको दिखाते है की आखिर उन्होंने क्या नोटिस जारी किया है। नोटिस एक आम सूचना के रूप में जारी किया गया है जिसमे पक्षकार के रूप में भूपेन्द्र सिंह व उनके पिता का नाम पता दिया गया है इसके अलावा उनकी पत्नी सरोज सिंह। तीन अविवाहित पुत्री उपमा सिंह, काजल सिंह, अनुप्रिया सिंह और पुत्र अविराज सिंह के अलावा उनकी सबसे बड़ी पुत्री अमृता सिंह जो की शादीशुदा है उनका नाम लिखा गया है।
इस आम सूचना में बताया गया है की भूपेन्द्र सिंह उनके परिवार में केवल उनकी पत्नी, पुत्रियाँ और पुत्र ही सदस्य हैं। इनके अलावा न तो उनके व्यवसाय या कृषि में कोई हिस्सेदार है और न ही कोई साझेदार। भाईयों के बीच पैतृक संपत्ति का रजिस्टर्ड बंटवारा पहले ही हो चुका है और सभी भाई व भतीजे अपने-अपने हिस्से पर स्वतंत्र रूप से मालिक हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई कुटुंब सदस्य उनके नाम का उपयोग अपने व्यवसाय या किसी गैरकानूनी गतिविधि में करता है, या मीडिया में इसका दुष्प्रचार किया जाता है, तो वे उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होंगे।
अब इस आम सूचना के बाद कई तरह की चर्चाये शुरू हो गयी है साथ ही कई सवाल भी खड़े हो गए है की अचानक भूपेंद्र सिंह को इस तरह आम सूचना जारी करने की क्या आवश्यकता हुई। क्या उन्हें खुद के खिलाफ को राजनैतिक षडियंत्र की बू आने लगी है क्या फिर उन्हें इस बात का एहसास हो गया है की अब उन्हें बदनाम करने के लिए उनके घर कुटुंब के लोगो के नाम इस्तमाल किया जायेगा।
खैर जो भी हो भूपेंद्र सिंह के इस नोटिस से राजनैतिक गलियारों में फिर से हलचल मचा दी है। आने वाले दिनों में इस नोटिस के जारी करने के पीछे क्या असल वजह थी वो भी सामने आ जाएगी।