जर्जर मकान गिरा, एक मजदूर की मौ-त, पिता-बेटी पहुंच गए अस्पताल और फिर |SAGAR TV NEWS|
शहर के रंगियाना मोहल्ले में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। जर्जर घोषित एक मकान की ऊपरी मंजिल तोड़ने का काम चल रहा था, तभी बीम टूटने से पूरा मकान भरभराकर गिर पड़ा। इस हादसे में मलबे के नीचे दबकर मजदूर की जान चली गई, जबकि निचली मंजिल पर रह रहे परिवार के दो सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। एमपी के ग्वालियर जिले के रंगियाना मोहल्ले के मकान मालिक रामू शिवहरे ने नगर निगम के नोटिस के बाद ऊपरी मंजिल गिरवाने का काम शुरू किया था। घटना के समय मजदूर गणेश प्रजापति काम कर रहा था। इसी दौरान मकान की बीम अचानक टूट गई और पूरी इमारत गिर गई। निचली मंजिल पर किरायेदार रमेश शर्मा अपने बच्चों – रोशनी और निखिल – के साथ मौजूद थे।
जैसे ही मकान गिरना शुरू हुआ, परिवार बाहर भागने लगा। निखिल किसी तरह बाहर निकल गया, लेकिन रमेश और उनकी बेटी रोशनी मलबे में दब गए। मोहल्ले के लोगों ने तुरंत दोनों को निकालकर निजी वाहन से अस्पताल पहुँचाया। वहीं, मजदूर गणेश प्रजापति को एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला, लेकिन डॉक्टरों ने अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया। घायल रमेश की पत्नी वर्षा शर्मा ने मकान मालिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि मकान मालिक ने उन्हें कभी नहीं बताया कि यह मकान जर्जर घोषित हो चुका है और ऊपरी मंजिल का काम चल रहा है।
अगर जानकारी होती तो वे अपने परिवार को पहले ही बाहर निकाल लेते। वर्षा ने हादसे का जिम्मेदार मकान मालिक को ठहराया है। एसडीएम नरेश बाबू यादव और सीएसपी कृष्णपाल सिंह यादव का कहना है कि मकान जर्जर था और नोटिस जारी किया गया था। हादसे के बाद पूरे मामले की जांच की जा रही है। स्थानीय लोग मानते हैं कि अगर नगर निगम समय पर कार्रवाई करता तो यह घटना टल सकती थी। इस हादसे से पूरे इलाके में दहशत और गुस्से का माहौल है।