मंत्री गोविंद सिंह राजपूत काफिले समेत जाम में फंसे, ट्रांसफार्मर जला, ग्रामीणों का चक्काजाम
एमपी के शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया में लोगों का गुस्सा बिजली कंपनी पर फूट पड़ा। ट्रांसफार्मर जलने से बिजली गुल हुई तो आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर चक्काजाम कर दिया। खास बात यह रही कि इस जाम में कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का काफिला भी फंस गया। नलखेड़ा रोड पर लगे 200 केवीए के ट्रांसफार्मर के जल जाने से पूरे इलाके में दिनभर बिजली गुल रही। बार-बार शिकायत के बावजूद जब बिजली कंपनी के अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे थे तो ग्रामीणों का सब्र टूट गया। उन्होंने मोहन बड़ोदिया बस स्टैंड पर चक्काजाम कर दिया। इसी दौरान वहां से गुजर रहे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का काफिला भी जाम में फंस गया।
करीब आधे घंटे तक मंत्री का काफिला रुका रहा। मंत्री ने खुद ग्रामीणों से बातचीत की और बिजली कंपनी के जेई को फोन लगाया। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा –“अब अगर यहां लाइट गई तो आपको सस्पेंड करा देंगे… ध्यान से सुनो, मैं यहां चक्काजाम खत्म करवा रहा हूं।” अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि तीन घंटे के भीतर नया ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा। इसके बाद ही ग्रामीणों ने जाम हटाया और मंत्री का काफिला आगे बढ़ सका। ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन बिजली कंपनी की लापरवाही से क्षेत्र में अंधेरा छा जाता है।
ट्रांसफार्मर जलने के बाद अधिकारी सुनवाई नहीं करते, जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। पूर्व जनपद सदस्य मंजू शर्मा ने कहा कि बिजली कंपनी को तीन घंटे की मोहलत दी गई है। अगर तय समय में ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया तो रात में ही पुनः धरना और चक्काजाम किया जाएगा। हल्की बारिश के बीच ग्रामीणों ने बिजली बहाली की मांग को लेकर जोरदार विरोध दर्ज कराया। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या तीन घंटे में ट्रांसफार्मर बदला जाएगा या फिर लोगों का गुस्सा दोबारा सड़क पर दिखेगा।