Sagar -निगम के रावण दहन में नहीं जाएंगी महापौर, निगमायुक्त पर लगाया अपमानित करने का आरोप
सागर मुख्यालय पर दशहरे का मुख्य आयोजन नगर निगम सागर द्वारा आयोजित कराया जाता है. लेकिन इस बार ये आयोजन विवादों में घिर गया है. क्योंकि नगर निगम की महापौर संगीता सुशील तिवारी ने नगर निगम के आयुक्त राजकुमार खत्री पर लगातार अपमानित करने का आरोप लगाते हुए दशहरा कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. वहीं, उन्होंने आयुक्त की हरकतों को लेकर पार्टी संगठन और सरकार को भी अवगत करा दिया है. खास बात ये है कि भाजपा के राज में भाजपा शासित नगर निगम की महापौर अपमानित हो रही हैं और इस साजिश के आरोप भी भाजपा नेताओं पर लग रहे हैं.
महापौर संगीता तिवारी का कहना है कि, 'मेरे खिलाफ किसी के कहने पर या जानबूझकर निगमायुक्त षड़यंत्र रच रहे हैं. 25 सितंबर को मुख्यमंत्री के सागर दौरे के दौरान पद्माकर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुझे मुख्यमंत्री के स्वागत का मौका ही नहीं दिया गया.' वहीं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के हितग्राहियों के चेक वितरण कार्यक्रम में महापौर को बुलाया गया. लेकिन आयुक्त 40 मिनट बाद पहुंचे तब तक महापौर इंतजार करती रही. 30 सितंबर को स्वच्छता सेवा अभियान के तहत म्युनिसिपल स्कूल में निगम द्वारा आयोजित लोकल मेले में महापौर पहुंची लेकिन नगर निगम की तरफ से ना तो आयुक्त पहुंचे और ना ही किसी कर्मचारी को उन्होंने कार्यक्रम में जाने दिया.
नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री ने बताया ऐसा कुछ नहीं है। महापौर हमारे लिए सम्माननीय हैं। आपके माध्यम से ही ये जानकारी मिल रही है। जहां भी मौका होता उन्हें सम्मान दिया जाता है। वे हमारे लिए सम्माननीय हैं।