सागर के शमसान घाटों से अब रोंगटे खड़े करने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। गुरुवार को नरयावली नाका मुक्तिधाम में 15 और काकागंज मुक्तिधाम में 13 लोगो की कोरोना प्रोटोकॉल से चिताएं जलाई गई, वही बुधवार को यहां कोरोना गाइडलाइन से 1 दिन में सबसे ज्यादा 32 शवों का अंतिम संस्कार किया गयाथा । परिसर में चारों तरफ अपनों को खोने से दुखी लोग रोते-बिलखते नजर आए। ऐसे में मुक्तिधाम के शेड में शव जलाने की जगह फुल हो चुकी है। मुक्तिधाम के खुले परिसर में अब शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इस दौरान कोरोना पॉजिटिव मरीज के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए 3 क्विंटल लकड़ी और 1 लीटर डीजल का उपयोग किया जा रहा है। कुछ लोगो ने अंतिम संस्कार में लापरवाही बरतने के आरोप लगाए है। नगर निगम सागर की और से मुक्तिधाम में व्यवस्थापक के लिए प्रहलाद रैकवार ने बताया की अच्छी तरह से और हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जा रहा है।