डॉक्टरों ने इकट्ठे होकर एसएएफ जवान को बंधक बनाकर जमकर पीटा 9 डॉक्टरों पर मामला दर्ज
एमपी के रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के द्वारा एसएएफ जवान के साथ की गई मारपीट पर आज अमहिया थाना पुलिस ने दोनों पक्षों से काउंटर केस दर्ज किया गया है जिसमें अस्पताल के तकरीबन 9 डॉक्टरों पर नामजद अपराध पंजीबद्ध किया गया है। दरअसल बीते दिन जूनियर डॉक्टरों के द्वारा एसएएफ जवान को बंधक बनाकर पीटा गया था जिसके बाद कोरोना वायरस के बीच हुई इस जंग में प्रशासनिक अमले ने सामंजस्य बैठाने का प्रयास किया।
संकट के इस समय में पुलिसकर्मी और डॉक्टर दोनों ही कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं इस बीच रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा भी सामने आया है जहां अस्पताल में तैनात जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल के अंदर ही ड्यूटीरत एसएएफ जवान के साथ मारपीट कर दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासनिक टीम ने जोर आजमाइश दिखाते हुए दोनों ही पक्षों को समझाने की कोशिश की मगर मामला शांत नहीं हुआ। जिसके बाद पुलिस ने दोनों ही पक्षों से काउंटर केस दर्ज किया गया है। अस्पताल के तकरीबन 9 जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ नामजद अपराध पंजीबद्ध किया तो वही जूनियर डॉक्टरों की शिकायत पर पुलिस ने एसएएफ जवान पर भी सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज करते हुए मामले को विवेचना में लिया है।
जानकारी के मुताबिक एसआईएसएफ भटलो में तैनात एसएएफ नवी बटालियन का जवान आकाश साहू अपने सीनियर अधिकारी के साथ अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा था। जहां पर इलाज में जल्दबाजी को लेकर जूनियर डॉक्टरों और जवान के बीच कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ा की जूनियर डॉक्टरों ने इकट्ठे होकर जवान के साथ बंधक बनाकर करीब एक घंटे तक जमकर मारपीट की।