सागर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आखिर क्यों मांगी माफी देखिये || STVN INDIA ||
एमपी के सागर जिले के बीना में आगासौद चक्क गांव के पास बनाए जा रहे अस्थाई कोविड अस्पताल का शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 200 ऑक्सीजन बेड के साथ उद्घाटन किया। साथ ही बीपीसीएल द्वारा लगाए गए ऑक्सीजन बॉटलिंग एंड रिफलिंग प्लांट का शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल हुए। इसके साथ ही मंत्री गोपाल भार्गव, मंत्री भूपेंद्र सिंह, मंत्री अरविंद भदौरिया, बीना विधायक महेश राय के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। सीमित लोगो की मौजूदगी में हुए कार्यक्रम में मीडिया और भाजपा कार्यकर्ताओ की एंट्री पर पाबंदी थी, जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने मंच से अपने संबोधन के दौरान मीडिया और बीजेपी कार्यकर्ताओ से माफ़ी मांगते हुए कहा कि-आज हम देख रहे हैं कि एक 200 बिस्तर का अस्पताल खड़ा है तैयारी 1000 की थी लेकिन जब देखा कि कोविड का प्रकोप कम कर लिया गया है तो हमने कहा अभी 200 बिस्तर से प्रारंभ करेंगे एक अत्याधुनिक अस्पताल की जैसी व्यवस्था बिस्तर ऑक्सीजन की लाइन, ओपीडी, पैथोलॉजी, एक्सरे, दवाइयां, वैक्सीनेशन का इंतजाम सारी व्यवस्थाओं का इंतजाम करने कि हमने विनम्र कोशिश की है । तीसरी लहर न आए। इसके लिए सभी प्रयास करेंगे। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप और जनता तीसरी लहर रोकने का काम करेगी। बीना में अस्थाई कोविड अस्पताल को सावधानी के तौर पर शुरू किया जा रहा है। यदि संकट आ जाए तो हमारे पास व्यवस्थाएं हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मैं महाकाल के सामने प्रार्थना करूंगा कि अस्पताल खाली रहे। कोविड की तीसरी लहर आ भी सकती है और न आए तो अच्छा है। मप्र में सबसे कम संक्रमण दर हुई है। कोरोना के संकट में संक्रमण पर कंट्रोल करने में मप्र ने देश को एक मॉडल दिया है। वही पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा- पूरे जीवन में ऐसी महामारी नहीं देखी। समस्या से निपटने के लिए बीना अस्थाई कोविड अस्पताल मील का पत्थर साबित होगा। आपदा के समय राजा की पहचान होती है। कोरोना महामारी के बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बेहतर राजधर्म का उदाहरण दिया है।