सागर जिले के गढ़ाकोटा में सावन के पहले सोमवार को जगतपति जगन्नाथ स्वामी,मां सहोद्रा भाई बलराम परपंरानुसार 14 दिन मालगुजार परिवार के जनकपुरी मंदिर बाजार वार्ड में ठहरने के बाद अलग-अलग रथों पर सवार होकर अपने निज धाम जगदीश पटेरिया मंदिर पहुंचे। जहां सैकड़ो की संख्या मे श्रृद्धालुओं ने भगवान की आगवानी की। बता दें कि यह रथ यात्रा देश और प्रदेश में अपना एक अलग स्थान रखती है। परंपरागत तरीके से भगवान जगन्नाथ स्वामी,मां सहोद्रा और भाई बलराम रथों पर पुजारियों के साथ जगदीश मंदिर पटेरिया से अषाढ़ शुक्ल दोज के दिन जनकपुर 14 दिन के लिये अपनी ससुराल मे गांजे बांजे,शंख झालर,भजन मंडलियो के साथ आते है। जो सावन के पहले सोमवार को वापस अपने निज धाम आते है। जहां हर दिन भगवान की आरती होती है साथ ही भगवान का घरो मे निमंत्रण होता है। ये परंपरा सालों से चली आ रही है। जहाँ भगवान जगन्नाथ स्वामी बाजार वार्ड स्थित मालगुजार परिवार के जनकपुरी मंदिर मे हर साल आते हैं। जहाँ लोग भव्य रूप से आगवानी करते हैं। जगह-जगह भगवान की पूजा होती है। वही जगदीश शाला पटेरिया पर भगवान के पहुंचने पर महंत हरिदास जी द्वारा भगवान की नजर उतारी जाती है।
सागर टीवी न्यूज़ से सबसे पहले न्यूज़ लेने के लिए अभी अपना ईमेल डालें और सब्सक्राइब करें
Sagar TV News.