बालाघाट जिले के जनपद पंचायत बैहर अंतर्गत ग्राम पंचायत दलदला के वनग्राम नकटाटोला से एक ऐसा मामला सामने आया है. जो शासन प्रशासन के विकास के दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है. दलदला के नक्टाटोला में पक्की सड़क न होने से गर्भवती को प्रसूति के लिए स्वास्थ्य केंद्र तक लाने के लिए चारपाई का सहारा लेना पड़ा.ग्राम दलदला से नकटाटोला की दूरी तकरीबन 2 किलोमीटर है. जिसका पहुंच मार्ग कच्चा होने से बारिश के दिनों में पानी जमा हो जाता है और सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है. जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. यहां 16 परिवार के बैगा जनजाति के लोग रहते हैं. जिन्हें अपने छोटे-बड़े कामों के लिए उकवा एवं ग्राम पंचायत दलदला जाना पड़ता है. आवागमन का एक ही रास्ता है वो भी कच्चा है. मंगलवार को गांव की महिला रजनी मरकाम को प्रसव पीड़ा होने पर परिवार के लोगों ने 108 एम्बुलेंस को बुलाया. किन्तु दलदली सड़क होने से वाहन नक्टाटोला तक नहीं जा पाई. उसे दलदला ग्राम में खड़ा रहना पड़ा लोगों ने प्राइवेट वाहन बुलाया तो वह भी कच्चे रास्ते की वजह से गांव तक नहीं पहुंची. मजबूर होकर परिजनों ने प्रसूता को चारपाई में लिटाकर डेढ़ किलोमीटर तक पैदल लेकर उकवा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया.ग्रामीणों ने बताया कि ज्यादा बारिश होने से लोग गांव से बाहर नहीं जाते. उन्होंने पक्की सड़क की मांग की है. इस मामले को लेकर जब ग्राम दलदला के सरपंच तरुणा वल्के से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सड़क का प्रस्ताव भेजा गया है. जबकि कलेक्टर दीपक आर्य का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है. ।
सागर टीवी न्यूज़ से सबसे पहले न्यूज़ लेने के लिए अभी अपना ईमेल डालें और सब्सक्राइब करें
Sagar TV News.