पानी व कीचड़ से होकर ले जानी पड़ रही शवयात्रा अर्थी को जलाने में होती परेशानी
व्यक्ति संघर्ष और परेशानियों के बीच जिंदगी भर जीता है और अंतिम यात्रा के समय में भी परेशानियों का सामना इंसान को करना पड़े तो इससे बड़ी मजबूरी क्या हो सकती हैं। ऐसा ही एक मामला खुरई- सागर नेशनल हाईवे 26 ए पर स्थित बनहट गांव में देखने को मिला । जहां गांव में शमशान तक जाने का रास्ता न होने से लोगों को बारिश के दिनों में भारी कीचड़ में से होकर जाना पड़ता है। बड़ी मुश्किल से शमशान तक शव यात्रा पहुंच पाती है। गांव का मुक्तिधाम रेलवे लाइन की दूसरी ओर बना है। इसलिए अंडर ब्रिज में से निकल कर जाना पड़ता है। जिसके नीचे नया रास्ता बन गया है, बारिश में कीचड़ इतना ज्यादा हो जाता हैं की यहां से निकलना बड़ा मुश्किल होता है। गांव वालों का कहना है कि पक्का रास्ता नहीं बन सकता है तो कच्चा रास्ता तो बनाया जा सकता है। जिससे शव यात्रा आसानी से निकल सके।