एक घंटे तड़पती रही प्रसूता, डॉक्टर के पहुंचने से पहले चली गयी जान || SAGAR TV NEWS ||
एक ओर तो सरकार जननी सुरक्षा योजना चलाकर प्रसूताओं के सुरक्षित और संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दे रही है, तो वहीं सरकार के नुमाइंदे इस योजना पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। इसका ताजा मामला एमपी के बैतूल से सामने आया जहां जिला चिकित्सालय के मेटरनिटी वार्ड में डिलेवरी के बाद प्रसूता तड़पती रही और बुलाने पर एक घंटे तक डियूटी पर तैनात महिला डॉक्टर नही आई जिसके कारण प्रसूता की मौत हो गई ।इतना ही नहीं मौत के पहले घबरा रही प्रसूता को दिलासा की जगह नर्स थप्पड़ लगाती रही। यह आरोप उस पति और बहन का है जिसने अपनी पत्नी,बहन और दो मासूमो की माँ को खो दिया।बता दे बैतूल थाना इलाके के मलसिवनी निवासी 28 वर्षीय महिला पप्पी बानसे को प्रसूति के लिए शानिवर को भर्ती कराया गया था। । जहां प्रसूति के बाद शनिवार की रात एक बजे उसकी मौत हो गई । बाईट परिजन मृतिका का पीएम कराए बगैर शव घर ले गए है।जिससे मौत की वजह स्पष्ट नही हो सका है। परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत की है । सीएमएचओ ने जांच के आदेश दिए है ।