बुंदेलखंड के प्राचीन सैरा नृत्य का किया गया आयोजन || SAGAR TV NEWS ||
बुंदेलखंड में आज भी रक्षाबंधन से लेकर श्री कृष्ण जन्माष्टमी तक प्राचीन परंपरा अनुसार सैरा नृत्य करने का आयोजन किया जाता है,सैरा नृत्य गांव के बड़ी संख्या में ग्रामीण सामूहिक रूप से करते हैं जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं,नृत्य में एक दर्जन से अधिक पुरुष साथ में लकड़ी और वाद्य यंत्रों की तर्ज पर गायन करते हैं सैरा करने के लिए बोल भी अलग से होते हैं।वही सागर जिले के जैसीनगर के पनारी गांव में सैरा नृत्य का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सैरा नृत्य किया किया,वही पनारी गांव के ग्रामीण इंद्राज सिंह बताते हैं कि सैरा नृत्य सावन माह में ही होता है पहले सभी गांव में होता था लेकिन धीरे-धीरे विलुप्त होता जा रहा है। यह सैरा नृत्य मुख्यतः रक्षाबंधन से लेकर जन्माष्टमी तक गांव के ग्रामीण करते हैं, यह गरबा की तरह ही होता है।