सागर-एरण में 1700 साल पहले पत्थरों पर उकेरी थी श्रीकृष्ण लीला || SAGAR TV NEWS ||
सागर मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर स्थित ऐतिहासिक स्थल एरण है एरण में गुप्तकालीन शिलाफलकों पर पौराणिक कथाओं के साथ भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं को रोचकता से उकेरा है। चबूतरे के आधार में लगे 26 शिलाफलकों पर जन्म के समय बालक रूप, वासुदेव द्वारा उन्हें कारागार से ले जाने, कृष्ण द्वारा अनेक राक्षसों का वध करने की लीलाएं यहां उकेरी हैं। शिलाफलकों का एरण में प्राप्त होना गुप्तकाल में भगवान कृष्ण एवं भागवत संप्रदाय की लोकप्रियता बताता है। नव पाषाण युगीन संस्कृति के पाषाण उपकरण एरण में मिले हैं। यानी 2200 ईसा पूर्व (वर्तमान से लगभग 4200 साल पहले) यहां पर मानव बस्ती रही होगी। गुप्तकाल में यह सामरिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से एक समृद्ध नगर था। 1700 वर्ष प्राचीन गुप्तकालीन मंदिर, मूर्तियां, सिक्के एवं अभिलेख यहां से मिले हैं। नगर गुप्त शासकों द्वारा बनवाए गए वैष्णव मंदिरों का महत्वपूर्ण स्थल है।