MP में अमानवीयता अस्पातल में बंधक बनाकर रखे रहे Dead Body पुलिस पहुंची तो हुआ निपटारा !
अस्पताल में एक शख्स ने अपनी पत्नी को भर्ती किया था लेकिन उसकी मौत हो गयी तो उसका शव परिजनों को नहीं दिया गया। क्योंकि उन्होंने बकाया बिल नहीं भरा था। मानवता को शर्मसार किये जाने वाला ये मामला एमपी के शहडोल जिले से सामने आया है। बताया गया की देवांता अस्पताल में जैतहरी निवासी संतोष राठौर ने अपनी पत्नी पुष्पा को भर्ती किया था। जहाँ अस्पताल संचालक ने लगभग दो लाख बीस हजार रुपए लेने के बावजूद 60 हजार रुपए के लिए मरीज को बंधक बनाकर रखा। पीड़ित का कहना है की यहां डॉ इलाज कर दिलासा देते रहे अस्पताल प्रबंधन ने आयुष्मान कार्ड पर किसी तरह की छूट नहीं दी और आखिरकार उसकी पत्नी की मौत हो गयी। उसने कहा की वो दिहाड़ी मजदूरी करता है। उसके पास इतना पैसा नहीं है। की वो भारी भरकम बिल भर पाए। ऐसा भी आरोप है की बिल बढ़ाने के लिए मरीज को अस्पताल में रखा गया। शिकायत के बाद जब पुलिस पहुंची तो पुष्पा को जिला अस्पताल भेजा लेकिन वहां डॉक्टर उसे मृत घोषित कर चुके थे। पुष्पा राठौर को करीब दस दिन पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसकी हालत लगातार बिगड़ रही थी। और दूसरी जगह रैफर करने के बदले पैसों की मांग की जा रही थी। मामले में कोतवाली टीआई रत्नाकर शुक्ला का कहना है। की दो डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जांच जारी है।