शिलालेख पर हो रही जमकर सियासत, कांग्रेस-भाजपा आये आमने-सामने || SAGAR TV NEWS ||
एमपी के बैतूल में सबसे बड़े सरकारी जेएच कॉलेज मैं साढ़े तीन करोड़ की लागत से निर्मित हुए अतिरिक्त कक्षो के लोकार्पण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है । अब इस मामले सियासत हो रही है पहले कांग्रेस विधायक निलय डागा ने आरोप लगाया था की भाजपा सांसद दुर्गादास उइके ने उनका नाम कटवा दिया है और इसको लेकर उन्होंने कालेज परिसर में धरना प्रदर्शन किया था । इस मामले को लेकर गुरुवार को भाजपा सांसद ने प्रेस कांफ्रेंस कर विधायक के आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में हम लोग भी प्रताड़ित हुए और इस दौरान 50 से ज्यादा भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रम हुए जिसमे लागये गए शिलालेख में हमारा भी नाम नहीं था ,लेकिन हमने मर्यादा में रहकर इसका विरोध नहीं किया था ।अब कांग्रेस विधायक का एक शिलालेख में नाम नहीं आया तो वह तिलमिला गए हालांकि यह त्रुटि बस हुआ है उनका नाम जानबूझकर नहीं काटा गया है । बाईट दरअसल मामला उस समय तूल पकड़ा जब जेएच कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ विजेता चौबे से पूछा गया कि प्रोटोकॉल का पालन क्यों नहीं हुआ तो उन्होंने मीडिया को जवाब दिया कि जिस पार्टी की सत्ता होती है और सत्ता वाली पार्टी के जो निर्देश आते हैं वैसे ही कार्य होता है । हालांकि कांग्रेस विधायक निलय डागा का नाम कटने को लेकर उन्होंने अपनी गलती मानी थी और शिलालेख निकलवा कर उसमें नाम लिखवाने की बात की । इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक निलय डागा के साथ दूसरे कांग्रेसी विधायक धरमू सिंह सिरसाम भी उनके समर्थन में प्रदर्शन में शामिल हुए थे ।