सागर का प्रसिद्द महलवार देवी मंदिर जहाँ दूर दराज से आते हैं लोग
बुंदेलखंड का सागर जिसका शुरूआत से अपना इतिहास रहा है। धार्मिक नज़रिये से दखा जाए तो यहां कई प्राचीन मंदिर और प्रतिमाएं मौजूद हैं। ऐसे ही एक मंदिर है जिसे जाना जाता है महलवार देवी के नाम से, जो सागर के मोंगा बाँध के पास है। यहां देवी माँ विराजमान हैं। वहीँ आसपास कई और भी मंदिर बने हुए हैं। जिनमें हनुमान जी,शनिदेव और भैरव बाबा का मंदिर है। नवरात्रि के मौके पर यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुँचते हैं। अष्टमी पर विशेष पूजा होती है। जहाँ भक्त धर्मलाभ लेने पहुँचते हैं। बताया जाता है। की जब तालाब का निर्माण हुआ था उसी समय चौरसिया समाज के लोगों ने तकरीबन 1827 को देवी माँ की स्थापना करवाई थी। ये चौरसिया समाज की कुलदेवी भी हैं। देवी जी के बारे में कई सारी बातें प्रसिद्द मानी जाती हैं। समाज के लोगों का कहना है। की शुरुआत में यहां पान और बरेजे की खेती की जाती थी लेकिन संसाधनों की कमी की वजह से अब कमा कम हो गया है।