रिटायर्ड जनपद पंचायत सीईओ के घर छापा, खुद रहता था किराए पर 4 मकान मिले
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने गुरुवार को आदिमजाति विभाग के सेवानिवृत्त क्षेत्रीय संचालक व मण्डला में जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ रह चुके नागेंद्र यादव के तिलहरी स्थित मकान के साथ ही मंडला और भोपाल में एक साथ छापे मार कार्यवाही की। इस दौरान ईओडब्ल्यू को प्रारंभिक जांच में करीब 85 लाख रुपए की अतिरिक्त आय के अलावा जबलपुर मंडला व भोपाल में चार मकान एक स्कॉर्पियो तथा दो दोपहिया वाहन मिले हैं।इस संबंध में ईओडब्ल्यू से मिली जानकारी के मुताबिक नागेंद्र यादव की भर्ती आदिवासी विभाग में पद से हुई थी। आरोपी ने अपनी जुगाड़ से मंडला जनपद पंचायत के आदिमजाति विभाग क्षेत्रीय संचालक का प्रभार संभाल रहे थे। अब वे रिटायर हो चुके हैं। बताया जाता है कि पिछले 10 सालों में आरोपी ने अकूत संपत्ति बनाई है। उनकी अकृत संपत्ति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूरी नौकरी में 11 लाख रुपए कमाने वाले नागेंद्र यादव के पास प्रारंभिक आंकलन में 97 लाख रुपए की संपत्ति मिली है।आय से अधिक मामले में घिरे आरोपी नागेंद्र यादव के मंडला में दो,जबलपुर में एक और भोपाल में एक मकान मिला है।इसके अलावा बैंक खाते जमीन के कागजात सहित लॉकर की भी जानकारी लगी हैं उपपुलिस अधीक्षक आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो ने बताया कि सुबह 6 बजे मंडला और जबलपुर में एक साथ रिटायर्ड आदिमजाति विभाग संचालक के यहां कार्यवाही की जा रही हैं। यह कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। रिटायर्ड अधिकारी की कहां-कहां संपत्ति इसकी विस्तृत रूप से जांच जारी है।