जेनेटिक डिसॉर्डर प्रोजेरिया से पीड़ित गुंजन बनी एक दिन की डॉक्टर बरसे फूल || SAGAR TV NEWS ||
अमिताभ बच्चन की फिल्म 'पा' के ऑरो की कहानी आपको याद होगी। जिसमें प्रोजेरिया नामक जेनिटिक डिसॉर्डर से ग्रस्त 12 साल के ऑरो बेहद बुद्धिमान और तीक्ष्ण बुद्धि वाला बच्चा था। ठीक ऐसी ही कहानी राजधानी भोपाल के शाहजहानाबाद की मजदूर कॉलोनी में रहने वाली 8 साल की गुंजन शाक्य की है। गुंजन भी प्रोजेरिया से ग्रस्त है। डॉ. जीशान हनीफ से उसने एक दिन का डॉक्टर बनने की इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद वो मोती मस्जिद के पीछे चहक हॉस्पिटल में गुंजन डॉक्टर बनकर पहुंची। यहां पहुंचने पर अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ ने फूलों की बाआरिश कर उसका स्वागत किया। गुंजन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान से एक दिन का डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद स्थानीय समाजसेवियों ने एक संस्था और निजी अस्पताल से बात करके उसे डॉक्टर की पूरी ड्रेस तैयार कराई। उसके घर के बाहर डॉक्टर गुंजन शाक्य की नेमप्लेट लगाई गई। स्थानीय समाजसेवियों ने पूरा इंतजाम करके कार बुक की। गुंजन ने चहक अस्पताल पहुंचकर मरीज भी देखे और भर्ती मरीजों से उनकी बीमारी और इलाज के बारे में बात की। गुंजन के पिता गोपाल शाक्य मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनका कहना है की वह आम बच्चों से काफी बड़ी दिखती है। पढ़ने लिखने में तेज है। लेकिन हमारे पास इसके इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। वह डॉक्टर बनना चाहती है। वो दो वक्त के खाने की व्यवस्था जैसे तैसे कर पाते हैं। सर्कार अगर मदद करे तो बेटी का सपना पूरा हो जायेगा।