जम्मू-कश्मीर के पहलगाम मामले में इंदौर ने अपने लाल को अंतिम विदाई दी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले एलआईसी अधिकारी सुशील नथानियल को सोमवार को एमपी के इंदौर के जूनी कब्रिस्तान में ईसाई रीति-रिवाज से अंतिम विदाई दी गई। इस अंतिम यात्रा में इंदौर ही नहीं, पूरे प्रदेश की संवेदनाएं उमड़ पड़ीं। सुशील की अंतिम यात्रा उनके वीणा नगर स्थित आवास B-68 से शुरू हुई और विशेष वाहन से नंदानगर चर्च पहुंची, जहां अंतिम प्रार्थना के बाद पार्थिव शरीर को कब्रिस्तान ले जाया गया। इस दौरान उनकी पत्नी जेनिफर ताबूत से लिपटकर फूट-फूटकर रोती रहीं। पिता की हालत भी बेहद खराब थी, जबकि सुशील की छोटी बुआ इंदु डावर कांपती आवाज में बार-बार कह रही थीं, "अब किसका इंतजार करूंगी मैं?" यह दृश्य वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम कर गया।
सुशील की मौत 22 अप्रैल को उस वक्त हुई जब वे परिवार के साथ कश्मीर के पहलगाम में बैसारन घाटी में घूम रहे थे। वहां आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 27 लोगों की जान चली गई, सुशील उनमें शामिल थे। उनकी बेटी आकांक्षा को भी पैर में गोली लगी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुशील के बेटे ऑगस्टिन गोल्डी ने बताया कि तीन आतंकी कैमरे लगाकर आए थे और सेल्फी ले रहे थे। वे लोगों से धर्म पूछ रहे थे और पहचान के आधार पर गोली मार रहे थे। सुशील की पत्नी जेनिफर ने बताया कि आतंकियों ने उनके पति के सीने में गोली मारी और उन्हें बचाकर चले गए।
सुशील के अंतिम संस्कार में मंत्री तुलसी सिलावट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला समेत कई नेता और सैकड़ों आम लोग मौजूद रहे। मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा, "पूरा देश सुशील के परिवार के साथ है। यह एकजुटता का समय है। हम शोक के साथ-साथ संकल्प भी लें कि आतंकवाद के खिलाफ और सख्त रुख अपनाया जाए।" कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भी कहा, "यह हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, भारत माता पर है। हमारी सेना और सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। पूरा देश इस साजिश का करारा जवाब देने को तैयार है।"
सुशील का पार्थिव शरीर जैसे ही ताबूत में कब्र के अंदर रखा गया, तो फादर ने अंतिम प्रार्थना पढ़ी और परिजनों ने मिट्टी अर्पित की। उस वक्त सुशील की पत्नी ने फूट-फूट कर कहा, "ओ जाना... तू मुझे बचाकर क्यों चला गया? मुझे भी साथ ले जाता..." बेटे ऑगस्टिन ने उन्हें संभाला। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव रुस यात्रा से इंदौर पहुंचते ही सीधा पहुंचे आतंकी हमले में दिवंगत हुए स्व श्री सुशील जी के निवास महापौर ने श्रद्धांजलि दे कर परिजनों से मुलाक़ात करते हुए ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा इंदौर शहर उनके साथ है