बहुचर्चित चौरसिया गोली कांड में पुलिस ने 8 लोगों पर किया मामला दर्ज
शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में 17 जुलाई को चौरसिया गोलीकांड का एक सनसनी खेज मामला सामने आया था । इस गोलीकांड में सीमेंट व्यापारी ब्रजेश चौरसिया और उसकी सोलह साल की बेटी महिमा की संदिग्ध मौत हुई थी।जबकि जिस कार में पिता पुत्री की लाश मिली थी उसी में मृतक की पत्नी राधा सुरक्षित बेहोशी की हालत में मिली थी । इस घटना का खुलासा करते हुये पुलिस ने सात लोगों पर आत्मह्त्या करने को उकसाने के लिए धारा 306 और पश्चिम बंगाल के रंजन राय पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है । बता दे इस घटना में पत्नी से पूछताछ पर पता चला था कि कोल्डड्रिंक पीते ही वह बेहोश हो गई थी । जांच के लिये पुलिस ने एफएसएल का सहारा लिया जिसमें पुष्टि हुई है कि कोल्डड्रिंक में नींद की गोलियां थी । ब्रजेश के हाथ मे गन पाउडर मिलने से यह भी पता चला कि उसने आत्महत्या की थी । जबकि महिमा को ब्रजेश या रंजन किसने गोली मारी थी यह रंजन राय के सागर आने के बाद पता चलेगा ।बता दे कि जांच में एफ.एल.एल विशेषज्ञों और अन्य तकनीकी साधनो के साथ परिजनों की गवाही और मृतक द्वारा लिखित दस्तावेजो के आधार पर जानकारी मिली कि मृतक काफी समय से बैंक से लिए कर्ज और अन्य साहूकार मनोज यादव,सोहन केशरवानी, अनिल शुक्ला, श्यामसुंदर सोनी, सुरेन्द्र साहू, राजेश मिश्रा, गौरव भारद्वाज से चल रहे पैसो के लेन देन के कारण काफी प्रताडित था उन साहू कारों द्वारा लगातार मृतक को और उसके परिवार को क्षति पहचाने की धमकियों मृतक बजेश को दी जा रही थी।और इसलिए मृतक को अपने आप को खत्म करने के अलावा अन्य कोई विकल्प शेष ना रह जाने से अपनी आत्म हत्या करने के लिए बाध्य होना पड़ा। जांच में पाया गया कि एक व्यक्ति घटना के के 03 दिन पहले से मृतक बृजेश उर्फ अजय चौरसिया के साथ गुप्त ढंग से उसके ऑफिस/ होटल में रूका हुआ था जिसके संबंध में पता लगाने पर यह जानकारी मिली। की उक्त व्यक्ति का नाम रंजन राय निवासी दुर्गापुर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है जिसके साथ मिलकर योजना वद्ध तरीके से मृतक ने अपनी आत्म हत्या का षडयंत्र रचा था। मामले में अब तक की जांच के आधार पर घटना के आरोपी मनोज यादव,सोहन केशरवानी, अनिल शुक्ला,श्यामसुंदर सोनी, सुरेन्द्र साहू,राजेश मिश्रा, गौरव भारद्वाज पर धारा 306 और घटना के षडयंत्र में शामिल रंजन राय पर धारा 302 का मामला दर्ज किया हैं पुलिस की अभी भी मामले में प्रयुक्त हथियार और अन्य तथ्यो के सबंध में जाँच जारी है।