फ्लैक्स से फोटो गायब देख रामकृष्ण कुसमरिया बोले बेेइज्जती करने बुलाते हो, देखिए कैसे लगाई क्लास
भाजपा के राज में अफसर सत्ताधारी नेताओं को भाव नहीं दे रहे हैं। ऐसा एक मामला दमोह जिले के हटा में सामने आया है। यहां पर सरकारी कार्यक्रम में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमरिया का फ्लैक्स में फोटो तक नहीं लगाया गया। उनके कार्यकर्ताओं ने जब यह बात मंच पर बैठे कुसमरिया को बताई तो भड़क उठे। किसी ने इसमें जनपद सीईओ बीएस यादव को जिम्मेदार बता दिया। इस पर कुसमरिया मंच से गरज उठे बोले कौन है हटा सीईओ बीएस यादव, सामने आओ।
जैसे ही सीईओ यादव हाथ जोड़कर सामने हाजिर हुए तो वे बोले काय यादव जी हमें भूल गए। मजाक समझ रहे हो। हमारी फोटो तक नहीं लगाई। कहां है फ्लैक्स में नाम। क्या यहां बेइज्जत करने बुलाया था। सीईओ ने सफाई दी कि ऐसा हो सकता है कि आपको भूल जाएं। शासन स्तर से फ्लैक्स बनकर आया है। इस पर बाबा जी बोले यहां भी बने होंगे। क्या तुम्हें नहीं पता कि जिले में कौन—कौन जनप्रतिनिधि है। हमें कैसे भूल गए। सीईओ ने क्षमा मांगी तो बोले काय की क्षमा।
उनका गुस्से से भरा रूप देख अफसर हक्के—बक्के रह गए। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा नहीं चलेगा। आपको बता दें कुसमरिया पांच बार के सांसद और पूर्व कृषि मंत्री रह चुके हैं। उनकी गिनती वरिष्ठ नेताओं में होती है। इसी कारण सरकार ने उन्हें राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में अधिकारियों की अनदेखी उन्हें चुभ गई और शांत रहने वाले बाबाजी रौर्द्र रूप में दिखाई दिए। दरअसल हटा जनपद में दिव्यांगों को ट्राइ साइकिलें वितरित हो रही थीं।
कुसमरिया भी विधायक उमादेवी खटीक सहित कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां यह सारा घटनाक्रम हुआ। बाद में आयोग अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा कि अधिकारी प्रोटोकॉल भूल गए थे वही बात कही थी। जबकि सीईओ यादव का कहना था पहले से पता नहीं था कि वे कार्यक्रम में आएंगे इसलिए फोटो नहीं लगाया। उनसे पूछा जा सकता है उन्हें कार्यक्रम का कोई मलाल नहीं है। यह खबर चल रही है कि मैने माफी मांगी जबकि ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि हटा जनपद में जब कार्यक्रम हों तो मेरा ख्याल रखें। यह मामला भले ही रफा-दफा हो गया हो लेकिन इससे अफसरों की मनमानी उजागर होती दिख रही है।