जब नोटों की बारिश हुई देखने वाले भी हुए हैरान , जीवाजी यूनिवर्सिटी में
मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित जीवाजी यूनिवर्सिटी में आज नोटों की बारिश हुई है। कुलसचिव के चेंबर के बाहर नोट उड़ाकर छात्रों ने नोट उड़ाया। यह देखकर वहां मौजूद हर कोई हैरान हो गया। यह प्रदर्शन छात्रों ने B.ed घोटाले को लेकर किया जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है। दरअसल मध्य प्रदेश में अपात्र कॉलेज को मान्यता देने को लेकर NSUI ने यह प्रदर्शन किया और कुलसचिव के चेंबर के बाहर नोट उड़ा कर प्रदर्शन किया।एनएसयूआई ने जीवाजी विश्वविद्यालय में हल्ला बोल प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं ने कुलसचिव को भ्रष्ट बताया और विश्वविद्यालय में नोट उड़ाओ प्रदर्शन किया। NSUI का आरोप है कि विश्वविद्यालय ने अपात्र B.ed और D.ed कॉलेज को मान्यता दी है।
जिसके खिलाफ एनएसयूआई छात्र संगठन ने यह प्रदर्शन किया। एक दर्जन से अधिक छात्र विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अरुण सिंह चौहान के चेंबर के बाहर पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराते हुए नोटों को उड़ाना शुरु कर दिया। जिस किसी ने यह घटना देखी, वह हैरान रह गया। कई छात्र तो उन नोटों को लूटने के लिए दौड़ भी लगाने लगे। NSUI छात्र नेता वंश माहेश्वरी का कहना है कि बीती 29 मई को एसटीएफ ने जीवाजी यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त करने वाले अंचल के 6 कॉलेज के खिलाफ धोखाधड़ी, कूट रचित दस्तावेज तैयार करना और आपराधिक षडयंत्र की धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। ऐसे ही अपात्र और कागजों में संचालित कॉलेज को भ्रष्टाचार के रुपयो के लालच में फिर से विश्वविद्यालय मान्यता देने की तैयारी में है।
विश्वविद्यालय की छात्रों के भविष्य से ज्यादा अपनी जेब भरने की मंशा बन गई है। इसलिए सांकेतिक रूप से नकली नोट उड़ाकर एनएसयूआई ने विरोध दर्ज कराया है। NSUI का कहना है कि यदि विश्वविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों को रूपयों का इतना लालच है तो एनएसयूआई के सभी छात्र अपनी पॉकेट मनी से रुपया इकट्ठा कर विश्वविद्यालय को देंगे लेकिन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होने नहीं देंगे। गौरतलब है कि B.Ed-D.Ed घोटाले में मान्यता मामले में STF FIR दर्ज कर चुकी है। इसे लेकर जीवाजी विश्वविद्यालय भी सवालों के घेरे में है। भ्रष्टाचार को लेकर एक तरफ यूनिवर्सिटी की जांच चल रही है। वहीं अब छात्रों ने भी सवालों के घेरे में चल रहे इस कॉलेज में विरोध प्रदर्शन कर इसे फिर से चर्चा में ला दिया है।