मोदी के मंत्री का गजब फरमान, पैर छूने वाले भूल जाएं अपने काम की सुनवाई
एमपी के टीकमगढ़ में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने सिविल लाइंस स्थित निवास पर आम जनों की समस्याओं को सुनने के दौरान एक अजीब फरमान जारी किया। उन्होंने अपने कार्यालय की दीवार पर एक लेख चस्पा कराया, जिसमें लिखा गया है कि "जिसने पैर छुए, उसके काम की सुनवाई नहीं की जाएगी।" मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में जन प्रतिनिधि जनता द्वारा चुने जाते हैं, और हमारा फर्ज है कि हम जनता का सम्मान करें, परंतु किसी को पैर छूने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि पैर केवल अपने माता-पिता के छूने चाहिए, जो पूजनीय हैं। इस कदम से मंत्री ने यह संदेश दिया है कि जो लोग उनके पास अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आएं, वे बिना किसी औपचारिकता के अपनी समस्या बताएं, और पैर छूने की कोशिश न करें। मंत्री का यह कदम जनता से उनके संबंधों को और मजबूत बनाने का प्रयास है, क्योंकि उनका मानना है कि सबका साथ, सबका विकास, और सबका विश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए।