सागर- चोरी हुई नवजात को सुरक्षित सौंपा, भावुक हुए अधिकारी!, सागर पुलिस की संवेदनशीलता का उदाहरण
सागर पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वर्दी केवल कानून की प्रतीक नहीं, बल्कि मानवता की भी पहचान है। शिवपुरी के अस्पताल से चोरी हुई मासूम बच्ची को सागर पुलिस ने सुरक्षित बरामद कर न केवल कर्तव्य निभाया, बल्कि संवेदनशीलता और अपनत्व की मिसाल भी पेश की। घटना के बाद सागर पुलिस ने आईजी श्रीमती हिमानी खन्ना, एएसपी डॉ. संजीव उइके और एएसपी लोकेश सिन्हा के निर्देशन में त्वरित एक्शन लिया। 24 घंटे से भी कम समय में पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया।
बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वरिष्ठ अधिकारी और महिला पुलिस स्टाफ पूरी रात उसकी देखभाल में जुटे रहे। आज सुबह शिवपुरी से SDOP करेरा आयुष जाखड़ मेडिकल टीम और महिला पुलिस स्टाफ के साथ सागर पहुंचे। सभी औपचारिक और मेडिकल प्रक्रिया पूरी करने के बाद नगर पुलिस अधीक्षक ललित कश्यप की निगरानी में बच्ची को विधिवत रूप से सौंपा गया। इस दौरान हर किसी की आंखें नम हो गईं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले 12 घंटे में बच्ची से ऐसा भावनात्मक लगाव हो गया था कि जब उसे रवाना किया गया, तो पुलिसकर्मी भी खुद को रोक नहीं पाए। यह नजारा साबित करता है कि सागर पुलिस “कानून के साथ संवेदनशीलता” का बेहतरीन उदाहरण है। सागर पुलिस की इस मानवीय पहल ने पूरे प्रदेश में सराहना बटोरी है। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि पुलिस केवल सुरक्षा बल नहीं, बल्कि समाज का संवेदनशील