योग आसन आसानी से किया जाने वाली क्रिया है। इसे कसरत जैसे नहीं करना चाहिए। इसे योग ही बना रहने दे योगा नही बनाए। ये बात सागर में योगाचार्य विष्णु आर्य ने कही है। वहीं नगर विधायक शैलेन्द्र जैन ने सागर जी योग नगरी बनाये जाने की बात कही है। दरसअल विश्व योग दिवस 21 जून की तैयारियों पर केंद्रित सामूहिक योगाभ्यास पद्माकर सभागृह परिसर में योगाचार्य विष्णु आर्य के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था।
इसके मुख अतिथि विधायक शैलेंद्र जैन और विशेष अतिथि महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी, पतंजलि संस्थान के योग गुरु भगत सिंह, एसवीएन विवि के योग विभाग के प्रमुख गगन सिंह थे। इस दौरान विधायक शैलेन्द्र जैन बोले की आज दुनिया में भारत विश्व गुरु योग जैसी अध्यात्मिक शक्तियों की वजह से है। हमने भौतिक संसाधनों की बजाय योग आयुर्वेद जैसी प्रभावी परम्पराओं पर फोकस किया। यही कारण विश्व गुरु बनाने का है। आगे बोले सागरवासी योग को इस तरह अपनाए कि अब सागर को लोग योग नगरी के रूप में जाने और स्थापित हो।
वहीं योगाचार्य विष्णु आर्य ने कहा कि योग हमारी प्राचीन संस्कृति है। पीएम मोदी ने योग दिवस के जरिए पूरे विश्व में नए सिरे से स्थापित किया है। इसे सभी मिलकर मनाएंगे और नियमित योग करने का संकल्प लेंगे