छात्रावास के बच्चों को क्यों 30 किमी पैदल चलना पड़ा, क्यों कलेक्टर व एसपी को लगानी पड़ी दौड़
बड़वानी जिले के पुरुषखेड़ा स्थित एकलव्य विद्यालय और छात्रावास के विद्यार्थियों ने प्रबन्धन के खिलाफ मोर्चा खोला। वे इस बात से नाराज है कि उनको मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल रही। यहां तक कि उन्हें घटिया खाना परोसा जाता है। बताया जा रहा है कि यह विद्यार्थी पैदल लंबा सफर तय करके कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और एसपी के पास पहुंचे और उनको सारी समस्याएं बताई। इस मामले में छात्र रविंद्र मोरे ने बताया कि उन्हें न तो स्कॉलरशिप मिल रही है और न कॉपी किताबें।
खाना भी कम और घटिया दिया जा रहा है, साथ ही फैकल्टी भी व्यवस्थित नहीं है, जिसके कारण उनकी पढाई पर फर्क पड़ रहा है और प्राचार्य सब्जैक्ट बदलने का दबाव बना रहे है। वहीं, प्राचार्य मनीषा भार्गव ने बताया कि बच्चों को पुराने प्राचार्य सहित हॉस्टल अधीक्षक से नाराज है। पहले इस अधीक्षक को हटा दिया गया था, लेकिन फिर उसी को वापस रख दिया गया। कलेक्टर ने छात्रों की समस्याओं को सुनकर एसडीएम को निर्देशित किया कि हॉस्टल पहुंच कर बच्चों के कथन लिखकर हमें भेजे। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कलेक्टर ने कहा कि बच्चों की कुछ समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा। बाकी समस्याओं का समाधान 2 दिन के भीतर किया जाएगा। इसके बाद बच्चे वापस अपने हॉस्टल की ओर लौट गए।