अनोखी शादी सावन के महीने में एक युवती ने भगवान शिव के शिवलिंग से कर ली शादी
युवती ने भगवान शिव के शिवलिंग से कर ली शादी अनोखी शादी
अनोखी शादी सावन के महीने में एक युवती ने भगवान शिव के शिवलिंग से कर ली शादी, दुल्हन ने वरमाला पहनाकर माना जीवन साथी
झांसी में सावन के महीने में एक अनोखी शादी हुई। अनोखी इसलिए क्योंकि इस शादी में सब कुछ अन्य शादियों की तरह था, लेकिन दूल्हे के रूप में भगवान शिव का शिवलिंग था। बाराती दुल्हे की तरह शिवलिंग की सजी हुई बारात लेकर लड़की के घर पहुंचे। दुल्हन बनी गोल्डी ने उन्हें वरमाला पहनाकर अपना जीवनसाथी बना लिया। इस शादी में हल्दी कार्यक्रम, संगीत, वरमाला से लेकर सभी रस्में निभाई गईं। बारात के साथ भगवान शिव बाकायदा सेहरा लगाए पहुंचे थे। धूमधाम से शादी हुई। शादी देखने के लिए इतनी भीड उमड पडी कि कुर्सियां कम पड गईं। लोगों को जमीन में बैठकर शादी देखनी पडी। सबसे बाद में भोज का भी आयोजन किया गया।
बारात पहुंचने पर बारातियों का भव्य स्वागत किया गया और द्वार पूजा की रस्म निभाई गई। जयमाला के बाद दुल्हन गोल्डी ने भगवान शिव को गले लगा लिया। शादी में दुल्हन के माता-पिता ने दुल्हन गोल्डी को कपडे, बर्तन, उपहार भेंट किए। गोल्डी का कहना है कि अब मैं भगवान शिव के साथ ब्रह्मकुमारी आश्रम में रहूंगी और समाज सेवा करूंगी। महानगर के बड़ागांव गेट के अन्नपूर्णा कॉलोनी निवासी गोल्डी बताती हैं, जब मैं 10 साल की थी। तब माता-पिता ने पढने के लिए इंदौर में ब्रह्माकुमारी हॉस्टल में भेज दिया था। हॉस्टल में रहकर 6 वीं कक्षा से ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की। साथ ही आध्यात्मिक पढाई भी की।
इसके बाद समाजसेवा से मन लग गया। 2016 में बीकॉम कंप्लीट करने के बाद इंदौर के ब्रह्मकुमारी आश्रम में रहने लगी और समाज सेवा करने लगी। इसके बाद झांसी के सत्यम कॉलोनी स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आकर रहने लगी। यहां पर अन्य बहने अपना पूरा जीवन भगवान को समर्पित कर समाज की सेवा में लगा रही थी। उन्हीं को देखकर मुझे करीब दो माह पहले भगवान शिव से शादी करने का ख्याल आया। एक महिला चाहती है कि उसका पति हमेशा साथ दे। मुझे भगवान शिव से अच्छा कोई साथ देने वाला नहीं लगा। अब वे हमेशा मेरा साथ देंगे। आगे मैं समाज सेवा करूंगी। शादी में पहुंची भोपाल जोन की निर्देशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अवधेश दीदी का कहना है, शादी के बाद कन्या एक कुल को संभालती है, लेकिन गोल्डी वो कन्या है, जो 21 कुल का उद्धार करने वाली है। ये ऐसा समारोह हुआ है, जिसका पूरा विश्व गुणगान करेगा।