सिंधिया ने खुद को क्यों बताया काला कौआ ? कांग्रेस पर लगाया फर्जी सर्टिफिकेट बांटने का आरोप
मध्य प्रदेश के चुनावी माहौल के बीच काले कौए की एंट्री हो गई है। अक्सर यह देखा गया है कि पक्ष विपक्ष के बीच एक दूसरे पर कटाक्ष करते हुए बयानबाजों होती है। एक नेता दूसरे नेता की तुलना कभी किसी कलाकार से कर देता है तो कभी संबोधन के दौरान विवादित बयान देते हुए किसी जानवर से भी उसकी तुलना कर दी जाती है। लेकिन हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष के किसी नेता की नहीं बल्कि अपने आप की तुलना कौए से करते हुए काला कौआ बताया है। चुनावी सभा के दौरान सिंधिया ने कांग्रेस के लिए खुद को काला कौआ बताते हुए उन्हें डरने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि“झूठ बोले कौआ काटे काले कौवे से डरियो। मैं कांग्रेस के लिए काला कौआ हूं।”
दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया 4 दिन के ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर हैं। इस दौरान वे कई प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा कर रहे हैं और उनके लिए वोट अपील कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री चंदेरी के कदवाया में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे हुए थे। इसी मौके पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने खुद को कांग्रेस के लिए काला कौआ बताया। उन्होंने इस दौरान झूठ बोले कौआ काटे वाला गाना भी गाया और जनता से भी गवाया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर किसानों को 26 लाख फर्जी ऋण माफी सर्टिफिकेट बांटने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा- किसान माफ़ी योजना, ऋण माफी योजना का 26 लाख फर्जी सर्टिफिकेट बंटवाए। मेरे हाथ से भी बंटवा दिए। कहावत है कि झूठ बोले कौआ काटे, मैं कांग्रेस के लिए काला कौआ हूं। मध्य प्रदेश में लड़कियों को बोझ समझकर भ्रूण हत्या होती थी। शिवराज सरकार आई और लाडली लक्ष्मी योजना लाई। अब बेटियां पैदा होती है तो बोझ नहीं लखपति पैदा होती हैं।