दूल्हा बने श्री रामराजा सरकार ,ठेठ बुंदेली अंदाज में निकली बारात तीन दिवसीय विवाह महोत्सव संपन्न।|
निवाड़ी , बुंदेलखंड की अयोध्या कहीं जाने वाली पर्यटक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी ओरछा में विवाह पंचमी के अवसर पर तीन दावसीय राजाराम का विवाह महोत्सव का सीता जी की विदाई के साथ समापन हो गया। विवाह पंचमी के अवसर पर रामराजा मंदिर से भगवान राम की बारात राजशी ठाट बाट के साथ निकली , मंदिर से पालकी सवार होकर निकलते राजा राम को पुलिस के जवानों ने सशस्त्र सलामी दी इसके बाद भगवान राम पालकी में विराजमान होकर हाथी ,घोड़े बैंड बाजों के साथ ओरछा नगर में निकले और उनका स्वागत लोगों ने अपने दरवाजे पर आरती एवं टीका कर किया। भगवान राजा राम की बारात में शामिल होने के लिए समुचे बुंदेलखंड के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों से श्रद्धालु हजारों की संख्या में ओरछा पहुंचे और भगवान बारात में शामिल होकर पुन्न लाभ लिया।
ओरछा में भगवान राजा के रूप में विराजमान है , देश में केवल ओरछा एक स्थान है जहा 450 बरसों से पुलिस के जवानों द्वारा सूर्य उदय के पहले एवं सूर्य अस्त के बाद मंदिर खुलने एवं बंद होने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है यहां किसी भी वी आई पी या राष्ट्रीय अध्यक्ष, राजनेताओं को सलामी नहीं दी जाती है क्योंकि यहां के राजाराम है।
विवाह पंचमी के अबसर पर पूरे नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया और राम बारात पूरे नगर में घूमती हुई जनकपुरी पहुंची जहां भगवान का टीक एवं शादी के सारे संस्कार राजशी ठाट बाट और बुंदेली संस्कृति अनुसार किऐ गए , भगवान राम के साथ सीता जी की विदाई साथ तीन दिवसीय विवाह महोत्सव का कार्यक्रम पूर्ण संपन्न हुआ।
राजा राम की बारात में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के साथ देशी व विदेशी सैलानी शामिल हुऐ और ढोल नगाड़े की धुन पर नाचते निकले। भीड अधिक होने के चलते पुलिस एवं प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।