किसकी आंख की किरकरी बना था अनिराज उर्फ अन्ना। पुलिस को क्यों किया जा रहा था गुमराह
जबलपुर के चर्चित गुंडा अनिराज उर्फ अन्ना नायडू केस का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। छोटू चौबे ने अपनी गैंग के साथियों के साथ मिलकर अनिराज को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। वह पहले इसी गैंग का सदस्य था फिर अलग से अपनी गैंग तैयार कर छोटू चौबे को चुनौती देने लगा था। साजिश के तहत पहले अन्ना को जमकर शराब पिलाई गई।
इसके बाद मोबाइल पर उसकी लोकेशन बताकर उसका काम तमाम करवा दिया। बड़ी ही चालाकी से सोते समय 21 नवंबर 2023 को उसके सिर में गोली मार दी गई थी। इसके बाद मफलर से उसका चेहरा बांधकर ग्रीनसिटी कम्पोस्ट के पास तालाब किनारे फेंक दिया था। 1 दिसंबर को लाश सड़ी हुई हालत में मिली थी।
हाथ पर बने टैटू से उसकी पहचान हुई थी। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी कामरान अली पिता कमर रजा 22 वर्ष निवासी नया मोहल्ला थाना ओमती हाल पता आरएके पुलिस चौकी के बाजू से चार रोड दादर बड़ाला मुंबई (महाराष्ट्र), और अनुश्रेय राय पिता अश्विनी राय 18 वर्ष निवासी रुद्राक्ष पार्क लाल बिल्डिंग थाना संजीवनी नगर को गिरफ्तार किया है। दो फरार आरोपी छोटू चौबे और मोहम्मद आदिल की तलाश की जा रही है। दोनों पर दस—दस हजार रुपए का इनाम घोषित है। आरोपी इतने शातिर किस्म के हैं कि पुलिस को झूठे बयान दिलवाकर गुमराह किया ताकि वारदात की कड़ियां ही न जुड़ सकें। एसपी ने आदित्य प्रताप सिंह ने प्रेसवार्ता में पूरी वारदात का खुलासा किया।