पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ क्यों नहीं कर एसआईटी जांच में सहयोग? सरकारी अधिवक्ता ये बोले
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ क्यों नहीं कर एसआईटी जांच में सहयोग? सरकारी अधिवक्ता ये बोलेमध्यप्रदेश की राजनीति में भूचाल लाने वाले हनीट्रैप कांड की सुनवाई फिर फरवरी माह के लिए टल गई है। सोमवार को इंदौर न्यायालय में मामले की पेशी नियत की गई थी लेकिन एसआईटी चीफ के उपस्थित न होने से तारीख बढ़ गई है। अब 10 फरवरी को अगली पेशी दी गई है। बताया जाता है कि हनी ट्रैप कांड के लिए गठित विशेष जांच कमेटी चीफ विपिन महेश्वरी नवंबर माह में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। हाल ही में सरकार ने आईपीएस आदर्श कटियार को कमेटी चीफ की जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन वे सरकारी ट्रेनिंग के चलते प्रदेश से बाहर गए हुए हैं। सुनवाई के लिए जो आवेदन आरोपी पक्ष की ओर से लगाए गए हैं उन पर एसआईटी चीफ को न्यायालय में जवाब प्रस्तुत करना हैै।
मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा जांच में सहयोग न करने की बात भी सामने आ रही है। दरअसल कोरोना काल में आॅनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान हनी ट्रैप संबंधी सीडी और पेन ड्राइव होने का दावा किया था। इसके बाद जांच दल ने जून 2021 में उन्हें पत्र लिखकर सीडी और पेन ड्राइव की मांग की लेकिन पूर्व सीएम ने आज तक इसमें सहयोग नहीं किया है। आरोपी पक्ष ने इस संबंध में भी न्यायालय में आवेदन दे रखा है। स्पेशल कोर्ट मे सोमवार को मामले में तीन बिंदुओं को लेकर आज सुनवाई होनी थी। इसमें आरोपी द्वारा सीआरपीसी 173 के प्रतिवेदन और कमलनाथ द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में हनी ट्रैप की सीडी और पेन ड्राइव होने को लेकर SIT का जवाब। आरोपी रूपा अहिरवार द्वारा कोर्ट में प्रतिवेदन प्रस्तुत कर कर मोबाइल की मांग करना। इन तीनों ही
बिंदुओं पर आज सुनवाई होना थी लेकिन शासकीय अधिवक्ता ने आज कोर्ट के समक्ष एसआईटी प्रमुख विपिन माहेश्वरी के रिटायरमेंट के बाद नए एसआईटी प्रमुख नियुक्त होने के बाद उनका ट्रेनिंग पर जाने के कारण जवाब प्रस्तुत नहीं होने की बात कही है। आरोपी पक्ष के वकील ने अभियोजन पर ट्रायल में देरी करने के आरोप लगाए हैं। गौरतलब है कि 2020 में बहुचर्तित हनीट्रैप कांड उजागर हुआ था। इसमें सागर की श्वेता जैन और आरती दयाल समेत अन्य को आरोपी बनाया गया था। मामले में बड़े सफेदपोशों और अफसरों के हसीनाओं के साथ अंतरंग वीडियो होने की बात सामने आई थी। इंदौर में इंजीनियर को ब्लैकमेल कर वसूली कांड उजागर हुआ था। ऐसे में इंदौर में सुनवाई चल रही है।