सागर-लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था पर पूर्व मंत्री ने गिनाईं वारदातें, सीएम को लिखा पत्र
सागर-लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था पर पूर्व मंत्री ने गिनाईं वारदातें, सीएम को लिखा पत्र
सागर में कानून व्यवस्था बेपटरी पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल ?
शांति के टापू कहलाने वाले सागर को अपराधियों की नजर लग गई है। पुलिस अपराधों पर काबू पाने में असफल दिखाई दे रही है। जनता में भय व्याप्त होता जा रहा है। सत्तापक्ष ही पुलिस से परेशान दिख रहा है। अधिकारी भाजपाइयों को घास तक नहीं डाल रहे हैं। अब पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी ने भी सागर की कानून व्यवस्था पर सवाल दाग दिए हैं।
सागर में आए दिन घटित हो रहे अपराधों ने भय का माहौल सा बना दिया है। सरकार अपराधियों के साथ ही अधिकारियों पर लगाम कसने में नाकाम दिखाई दे रही है। चुनाव के बाद प्रदेश के कई जिलों के अधिकारियों को बदलकर सरकार ने सख्त संदेश का इशारा दिया था लेकिन सागर में किसी तरह की सर्जरी देखने को नहीं मिली। यहां सब ज्यों का त्यों चल रहा है। यही कारण है कि अपराध बेलगाम होने के बाद भी अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा। जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था, बढ़ते अपराध तथा कटरबाजों की दहशत को लेकर लेकर पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश जिले में बेअसर साबित हुए हैं। शहर के कोतवाली थाना से कुछ ही दूरी पर एक युवक की सरेआम जान ले ली गई। फोटोग्राफर पर कटरबाजों द्वारा हमला करने की घटना के बाद कैंट क्षेत्र में वारदात हुई। चौधरी ने कहा कि कैंट, मकरोनिया, सिविल लाइन, बहेरिया, सानौधा, नरयावली, बंडा सहित जिले के थाना क्षेत्रों में पुलिस विभाग द्वारा ढंग से पेट्रोलिंग नहीं की जा रही है। इन थाना क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री तथा जुआ, सट्टा व अवैध कारोबारों पर नकेल नहीं कसी जा रही है। आदतन अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि हत्या, लूट, चोरी, नकबजनी आदि आपराधिक घटनाएं लगातार हो रही हैं। इसके पहले भाजपा के पदाधिकारी भी सप्ताह में दो बार कानून व्यवस्था पर अधिकारियों को आड़े हाथों ले चुके हैं। पहली बार सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को सड़क पर आकर एसपी हटाओ, सागर बचाओ जैसे नारे लगाने पड़े। अब देखना यह है कि जनता, पक्ष और विपक्ष की पुकार सरकार के कानों तक कब पहुंचती है।