वन विभाग की मिलीभगत से अभ्यारण्य में जारी प्रतिबंधित सुखान मछली की कालाबाजारी !
प्रतिबंधित वाली जगह पर ठेकेदार मछली निकाल रहा है और ये सब वन विभाग के अधिकारीयों की जानकारी के बावजूद भी हो रहा है। मामला है एमपी के रायसेन का, जहाँ जिले के सबसे बड़े बारना डेम 4000 हेक्टेयर का लगभग आधा हिस्सा 1700 हेक्टेयर आता है। सिंघोरी अभ्यारण में जहाँ और किसी भी अभ्यारण्य में शिकार करना पूरी तरह प्रतिबंधित होता है। लेकिन वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से पेटी ठेके पर लेने बाले ठेकेदार पंकज श्रीवास्तव उर्फ डब्बू द्वारा अपने रसूख के बल पर प्रतिबंधित सुखान मछली निकाली जा रही है। बताया गया की भाजपा बाड़ी के मंडल अध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव उर्फ डब्बू ने मुम्बई की हुल्लड़ मुरादाबादी फर्म से पेटी ठेके पर बारना डेम से मछली निकालने का ठेका लिया है। लेकिन डब्बू अपने रसूख और वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बारना डेम से प्रतिबंधित सुखान मछली निकाल रहे हैं। ये सब वन विभाग के अधिकारियों के सामने ही किया जा रहा है। आपको बता दें कि लगभग 4000 हेक्टेयर में फैले बारना डेम का 1700 हेक्टेयर का हिस्सा सिंघोरी अभ्यारण में आता है मछली निकालना तो दूर की बात है इस क्षेत्र में जाना भी प्रतिबंधित है अभ्यारण क्षेत्र में नाव चलाना भी प्रतिबंधित है। इसके बाद भी ये काम बदस्तूर जारी है। मामले में ग्रामीणों का कहना है। कि कई बार वन विभाग और मत्स्य विभाग के अधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। इसको लेकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल रविन्द्र सक्सेना का कहना है की किसी भी हालत में अभ्यारण क्षेत्र से शिकार नहीं किया जा सकता जानकारी मिली है कार्यवाई की जायेगी।