29 शावकों को जन्म दे चुकी कॉलर वाली बाघिन का निधन चाहने वाले हुए ग़मगीन || SAGAR TV NEWS ||
एमपी के सिवनी में स्थित पेंच नेशनल पार्क की सुपर मॉम का निधन हो गया। कॉलर वाली बाघिन के नाम से मशहूर T-15 बाघिन के नाम सबसे ज़्यादा 29 शावकों को जन्म देने का रिकॉर्ड है। 17 साल की बाघिन तीन-चार दिनों से बीमार चल रही थी। जहाँ उसने पेंच नेशनल पार्क के जंगल में आख़िरी सांस ली। पार्क के आला अधिकारियों की मौजूदगी में बाघिन का अंतिम संस्कार किया गया। कॉलर वाली बाघिन के निधन पर एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और मंत्री विश्वास सारंग ने ट्विटर पर दुख जताया, वन महकमे के APCCF शुभरंजन सेन ने भी फ़ेसबुक पर कॉलर वाली बाघिन को श्रद्धांजलि दी। नरोत्तम मिश्रा ने लिखा कि "मध्यप्रदेश को मिली टाइगर स्टेट की गौरवशाली पहचान पर कोई भी चर्चा इस सुपर मॉम के महत्वपूर्ण योगदान के बिना पूरी नहीं हो सकेगी। " कॉलर वाली बाघिन की मौत की ख़बर आते ही उसके चाहने वाले लोग गमगीन हो गए और facebook से लेकर twitter पर कॉलर वाली बाघिन को श्रद्धांजलि दी जाने लगी। बता दें की इस बाघिन का जन्म पेंच नेशनल पार्क में साल 2005 को हुआ था और साल 2008 में उसने पहली बार बच्चों को जन्म दिया। साल 2008 से लेकर 2021 तक 13 सालों में बाघिन 8 बार मां बनी और कुल 29 शावकों को जन्म दिया। उसने आख़िरी बार जनवरी 2021 में 3 शावकों को जन्म दिया था।यही नहीं साल 2011 में तो इस बाघिन ने एक साथ पांच बच्चों को जन्म दिया था। पेंच नेशनल पार्क में इस बाघिन के गले में सबसे पहले रेडियो कॉलर लगाया गया था। ताकि उसकी गतिविधियों पर नज़र रखी जा सके, तभी से उसे कॉलर वाली बाघिन के नाम से जाना जाता है।