सागरवासी बने अनाथ बेटी के माँ-बाप पीले हाथ कर बेटी को ऐसे किया विदा || SAGAR TV NEWS ||
बाबुल की दुआएँ लेती जा,जा तुझको सुखी संसार मिले, मैके की कभी न याद आए, ससुराल में इतना प्यार मिले मोहम्मद रफ़ी साहब का ये गाना है और ये बात शायद उन लोगों ने भी कही होगी जिन्होंने एक बिन माँ बाप की बेटी की शादी की, हम बात कहीं और की नहीं बल्कि सागर की कर रहे हैं। जहाँ मोहल्ले वालों ने एक बेटी को कुछ इसी तरह से विदा किया। और जो बन पड़ा वो चीजें भी उपहार में दी। शायद मुस्कान ने भी ये नहीं सोचा होगा की उसकी शादी कुछ इस तरह से होगी। देखिये संवाददाता अनुज गौतम की ये रिपोर्ट।
मुस्कान ने बचपन में ही अपने माता पिता को खो दिया था। उसने भी नहीं सोचा था की उसकी शादी इस तरह से होगी। गरीब मामा के घर रहकर पली-बढ़ी सागर की मुस्कान की शादी मोहल्ले वालों की सहयोग से बड़े ही धूमधाम से की गई। यही नहीं विधायक भी आशीर्वाद देने पहुंच गए। बता दें कि गौर वार्ड की बेटी की शादी खेजरा के भोला रैकवार से तय हुई। इसके बाद मोहल्ले वालों ने किसी ने दहेज के बर्तन दिए, तो किसी ने अलमारी, किसी ने टीवी, किसी ने कूलर इस तरह दहेज का सामान पूरा कर दिया। मोहल्ले वालों ने ही जेवर भी बनवा कर दिए। कुछ लोगों ने बारात का स्वागत करने के लिए खाने की सामग्री दी। इसके बाद बड़े ही चाव के साथ बारातियों का स्वागत किया गया। यह शादी तहसीली स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में संपन्न हुई। मुस्कान कहती है कि आज मोहल्ले वालों का ऐसा सहयोग मिला है। कि मां-बाप की कमी महसूस नहीं हो रही है उन्होंने सभी का धन्यवाद दिया। वहीँ दूल्हे भोला का कहना है कि मुस्कान को वह ग्रहणी बनाकर रखेंगे। अगर वह चाहे खुद कुछ करना चाहती है तो कोई रोक-टोक नहीं होगी। वही समाज के लोगों के द्वारा किये गए इस काम में एक बड़ी मिसाल पेश की है और बताया कि अगर समाज एकत्रित है तो वह कुछ भी कर सकता है। उसके लिए कोई भी काम नामुमकिन नहीं है।--------अनुज गौतम सागर टीवी न्यूज़।--------
वाकई लोगों ने जिस तरह से एक बेटी को विदा किया वो काबिल ए तारीफ है। और इस बात की जितनी सराहना की जाए वो कम है। तमाम ख़बरों के लिए बने रहिये सागर टीवी न्यूज़ के साथ।