सागर-भक्त भगवान और भक्ति की कथा है श्रीमद भागवत कथा- श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम
भक्त भगवान और भक्ति की कथा के साथ साथ निष्काम भक्ति की कथा है श्री मद भागवत कथा। मैं तो कहता हूँ साक्षात भगवान है कथा, सभी वेदों का सार श्री मद भागवत कथा है भागवत कथा सतसंग का भाव जागृत करता है सारे तीर्थों का फल कथा देती है । यह वाक्य बागेश्वर धाम के संत श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महराज ने ग्राम चील पहाडी में दूसरे दिन की श्रीमद्भागवत कथा हजारों श्रद्धालुओं को सुनाते हुए आशीष वचन के रूप व्यक्त किये। उन्होंने आगे कहा कि संत महात्माओं से भगवत कथा का श्रवण करने से मौत के भय से छुटकारा पाकर मोक्ष पाने का फल पाता है ये बात सारे वेद पुराण कहते हैं इसलिए आप सभी गृहस्थ आश्रम में रहने वाले सभी साधुओं को कम से कम एक पहर ठाकुर जी के नाम को लेकर प्रेम करो निश्चित आपका कल्याण होगा । आज की कथा सुनकर आप निश्चय कर लो और आज से ही ठाकुर जी से किसी भी तरह का नाता जोड़ लो किसी भी बंधन में बांध लो मुझे विश्वास है ठाकुर जी वह रिश्ता जरूर निभायेंगे। उन्होंने धुंध कारी का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि धुंधकारी खल प्रवृत्ति का था। वह जन्म से ही दुष्ट प्रवृत्ति था। इसलिए जब संतान गर्भ में हो तभी से उसे संस्कार देना शुरू कर दो। आप जैसे आचरण करोगे वहीं आचरण शिशु में जन्म के बाद आएंगे। बच्चों को हिन्दी या अंग्रेजी मीडियम में भले ही पढ़ाओ लेकिन उन्हें संस्कार कभी भूलने न दें।