सुहागिन महिलाओं ने की वट सावित्री अमावस्या पर पूजा, गज़ब रही भीड़
अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए वट सावित्री अमावस्या पर सुहागिनों ने वट सावित्री की पूजा की। उमरिया जिले के पाली नगर स्थित माता बिरासिनी के मंदिर में सुहागिनो ने वट सावित्री अमस्या की पूजा की। इसको लेकर ऐसी मान्यता है कि जेष्ठ अमावस्या के दिन वट वृक्ष की परिक्रमा करने पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश सुहागिनों को सदा सौभाग्यवती रहने का वरदान देते हैं। जिसको लेकर वट वृक्ष के तले सुहागिनों का तांता लगा रहा। सुहाग की कुशलता की कामना के साथ सुहागिनों ने परंपरागत तरीके से वट वृक्ष की पूजा कर व्रत रखा। महिलाओं ने 24 पूड़ी, 24 पकवान और इतने ही प्रकार के फल और अनाज भी चढ़ाए। उसके बाद वट वृक्ष को धागा लपेटकर पूजा कर पति की लंबी उम्र की कामना की। तो कई जगहों पर वट की पूजा के लिए महिलाएं घरों से ही गुलगुले, पूड़ी, खीर और हलुआ के साथ सुहाग का सामान लेकर पहुंची। वहीं वट अमावस्या के पूजन की प्रचलित कहानी भी है। वट पूजा से जुड़ी धार्मिक मान्यता के मुताबिक महिलाएं इस दिन को वट अमावस्या के रूप में पूजती हैं