सागर-सजने लगे माता रानी के पंडाल,लेकिन खुश नहीं हैं मूर्तिकार || SAGAR TV NEWS ||
बहुत जल्द माँ दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। नवरात्र नजदीक आते ही सागर जिले के रहली में भी पंडाल सजने लगे हैं। जहां माँ दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में कलाकार जुटे हुए हैं। लेकिन मूर्तिकार बढ़ती मंहगाई से जूझ रहे हैं। दरअसल मूर्तिकार अजय प्रजापति और गोपाल प्रजापति ने बताया की यह हमारा पुश्तैनी धंधा है। दो पीढ़ियों से यही काम कर रहे हैं। हर साल 100 मूर्तियां तक बनाते थे। लेकिन अब 80 मूर्तियां ही बना पाते हैं। जिनमें इस्तेमाल होने वाली बांस, लकड़ी, सुतरी, मिट्टी, पेंट, कपड़ा समेत अन्य चीजों के दाम बीते साल से दोगुने हो गए हैं। जबकि मूर्तियों के दाम वहीं है। बताया गया की कोई पुश्तैनी धंधे को बचाने मंहगाई से जूझ रहा है। तो कोई आत्म संतुष्टि के लिए अपनी कला का जौहर दिखा रहा है। हर हुनर लाजवाब है। हाथों से मिट्टी को मूर्ति का नायाब रूप मिल रहा है। जिसे देख हर कोई तारीफ भी कर रहा है। लेकिन मूर्तिकारों के चेहरे पर उदासी साफ दिखाई दे रही है। बहुत ही जल्द इनके हुनर की पहचान सिर्फ कुछ ही दिनों में चौराहों, गांवों और गलियों में झलकेगी। लेकिन कड़ी मेहनत के बावजूद इन्हें मनमाफिक रकम मिलने की गुंजाइश नहीं दिख रही।