नर्सों की लापरवाही के चलते मां की कोख में ही नवजात ने दम तोड दिया
स्टाफ नर्स की लापरवाही और रूपए की मांग के चलते एक नवजात की जान चली गई। मामला पथरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। बताया गया कि सुजनीपुर निवासी गुलाब अहिरवार अपनी गर्भवती पत्नी ललीता का प्रसव कराने के लिए यहां आया था। प्रसव के लिए उसे दो दिनों तक अस्पताल में भर्ती किया गया और जब जांचे करवाई गई तो स्टाफ नर्स ने उससे नॉर्मल डिलीवरी की बात कही। लेकिन इसके बाद नर्स उससे रूपए देने की मांग करने लगी। जब गुलाब अहिरवार ने रूपए देने से मना किया तो नर्सों ने बच्चा उल्टा की बात कही और उसे जिला अस्पताल दमोह रेफर कर दिया गया। जब प्रसुता को दमोह अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां डिलीवरी तो नार्मल हो गई लेकिन नवजात मृत पैदा हुआ। यहां की नर्सों ने बताया है कि यदि प्रसुता यहां पर समय पर आ जाती तो बच्चा जीवित रहता। गुलाब अहिरवार ने पथरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की नर्सों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां की नर्सों ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और रूपए की मांग की। उनकी ही वजह से उसके बच्चे की जान गई। इस मामले में उसने इसकी षिकायत मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ई मिंज से की है। वही, इस मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ई मिंज का कहना है कि शिकायतकर्ता द्वारा लगाए आरोप निराधार है। जांच के उपरांत ऐसी कोई बात सामने नही आई।