सागर-Accident के बाद स्कूल बस का फिटनेस निरस्त, मालिक-चालक पर FIR
सागर के राहतगढ़ के पास मंगलवार सुबह हुए स्कूल बस दुर्घटना ने एक बार फिर व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। स्कूल बस की व्यवस्था में कसावट के लिए हाइकोर्ट, सीएम और कलेक्टर के आदेश के बावजूद जिले में नियमों- बच्चों की सुरक्षा से जुड़े मानदंडों की धज्जियां उड़ाती दौड़ती स्कूल बस परिवहन विभाग के नियंत्रण में नहीं आ रही हैं। कलेक्टर द्वारा कार्रवाई और जिम्मेदारी तय करने बनाई गई परिवहन, पुलिस और स्कूल शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम के प्रयास भी बेअसर साबित हुए हैं। एक सप्ताह से जिले में स्कूल बसों की जांच के नाम पर जारी रस्मअदायगी भरी फौरी कार्रवाई का ही नतीजा है कि मंगलवार सुबह राहतगढ़- खुरई रोड पर चंद्रापुर के पास हादसे में कक्षा 11वी के छात्र शैलेन्द्र कुर्मी की जान चली गई। शैलेन्द्र की मौत के अलावा 30 बच्चे हादसे में घायल हुए हैं जिनमें से 10 की हालत अभी भी नाजुक है और उनका बीएमसी में उपचार जारी है। पुलिस ने हादसे के लिए बस चालक और मालिक पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन उनकी इस लापरवाही पर अंकुश लगाने के प्रति उदासीन रहे पुलिस, परिवहन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जवाबदेही तय करने पर प्रशासन ने चुप्पी साध ली है। बता दे कि भोपाल में स्कूल बस में छात्रा से छेड़छाड़ का मामला उछलने के बाद कलेक्टर के साथ एसपी ने भी थाना क्षेत्रों में बसों की सख्ती से जांच के निर्देश दिए थे। लेकिन मंगलवार सुबह हुए हादसे ने थाना स्तर पर होने वाली सख्त जांच की हकीकत बयान कर दी है।