सागर-डर का दूसरा नाम था अजगर,जब असद के हाथ लगा तो धरी रह गई हेकड़ी || SAGAR TV NEWS ||
सागर के गयागंज में भारी-भरकम अजगर का आतंक था, हफ्ते भर में कई दफा रहवासी इलाके के पास आ चुका था। शिकार की तलाश में निकला तो लोगों ने घेर लिया। रात में स्नेक कैचर को देख चट्टानों के ऊपर पत्थर रखकर उसकी दरारों को भी बंद कर दिया। सुबह स्नेक कैचर अकील बाबा अपने बेटे असद खान को लेकर फिर गयागंज पहुंच गए। जेसीबी बुलाकर चट्टानों को आहिस्ता से उठाकर खिसकाया गया तो अजगर दिखाई दे गया। असद ने अजगर की दुम को पकड़कर उसे पूरा का पूरा बाहर खींच लिया
अकील बाबा ने बताया कि गयागंज से जो अजगर पकड़ा गया है, वह करीब 12 फीट लंबा है। भारी-भरकम है। करीब 20 किलो के आसपास उसका वजन होगा। बीती शाम उन्हें सूचना मिली थी, वे उसे पकड़ने आए थे, लेकिन अंधेरे के कारण वह चट्टानों के नीचे खोह में छिप गया था। सुबह आकर ग्रामीणों के साथ पत्थर हटवाए, जेसीबी से बड़ी चट्टान हटवाई तो वह दिख गया। अकील के अनुसार उनके बेटे असद ने उसे दुम से पकड़कर बाहर खींच लिया था।
स्थानीय लोगों के अनुसार गयागंज के इस पहाड़ी इलाके में बस्ती के बाद यह अजगर पूर्व में कई दफा नजर आ चुका है। अजगर इतना बड़ा था कि हम लोग उसके नजदीक जाने तक की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। हालांकि जब तक अजगर की सूचना दी जाती, वह यहां-वहां छिप जाता था।