ट्रेक्टर-ट्रॉली की वजह से घर का इकलौता चिराग बुझा, 9 महीने का है बच्चा
रेत से भरे हुए ट्रेक्टर ट्रॉली ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया जिससे उसका दम निकल गया। घटना एमपी के सिंगरौली जिले की है। जहां पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए गुस्साए परिजनों ने बैढ़न-बीजपुर मार्ग जाम लगा दिया। परिजनों का आरोप है की जिस ट्रैक्टर ने टक्कर मारी वह अवैध रूप से रेत का परिवहन कर रहा था। बुधवार रात हुए हादसे के बाद लोगों ने पुलिस को रेत से भरा ट्रैक्टर-ट्राली सौंपा था। लेकिन पुलिस ने सबूत मिटाने ट्राली की रेत को मौके पर फैलाकर ट्रैक्टर को रवाना कर दिया। जानकारी के मुताबिक शासन टुसा निवासी नीरज दुबे उम्र 26 साल पॉलीक्लिनिक अस्पताल बैढ़न में स्टाफ नर्स था। ड्यूटी करने के बाद बुधवार रात करीब 10 बजे बाइक से अपने घर जा रहा था। वह शासन पुल के पास पहुंचा था। तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी। जिससे युवक का मौके पर ही दम निकल गया। पुलिस उसी ट्रैक्टर से डेड बॉडी को जिला अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। नाराज़ परिजनों और लोगों ने गुरुवार को सड़क पर प्रदर्शन किया। नीरज के परिजन और क्षेत्र के लोगों ने पुलिस पर अवैध रेत खनन कराने और रेत माफियाओं का साथ देने के भी आरोप लगाए। नीरज दुबे की 2 साल पहले ही शादी हुई थी। वह अपने मां-बाप की इकलौता बेटा था। नीरज का 9 महीने का एक बच्चा भी है। परिजनों ने प्रशासन के सामने मृतक की पत्नी को सरकारी अस्पताल में नौकरी और राहत राशि 1 लाख रुपए देने की मांग की। वहीं सिंगरौली एसपी का कहना है की मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगे।