अस्पताल में डॉक्टर न होने से नहीं हो पा रहा मवेशियों का इलाज, लोग खुद कर रहे इलाज
अस्पताल में जब डॉक्टर की कुर्सी ही खाली पड़ी हो तो भला मवेशियों का इलाज कैसे होगा। मामला छतरपुर जिले के बक्सवाहा का है। आरोप है की अस्पतालों में डॉक्टरों की मनमानी बक्सवाहा में अब आम सी बात हो गई है। जिससे नगर के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर शिकायत की है।
यह पूरा मामला बक्सवाहा के पशु अस्पताल का है। जहां अस्पताल में बीमार मवेशियों का इलाज करने के लिए कोई भी स्टाफ नहीं है। आलम ये है कि अस्पताल आने वाले पशु पालक खुद ही अस्पताल में देशी दवाओं से अपने मवेशियों का इलाज करते नजर आ रहे हैं।
बताया गया की अस्पताल में केवल एक ही डॉक्टर है। वह भी महीने में एक दो बार ही अस्पताल में नजर आते हैं। जो अपने सरकारी काम काजों को निपटाकर चले जाते हैं। ऐसे में बीमार मवेशियों का इलाज कैसे हो यह एक बड़ा सवाल है।
इसी समस्या को लेकर बक्सवाहा के लोगों ने शासन के नाम ज्ञापन सौंपा। और मांग की है। कि बक्सवाहा के इकलौते पशु अस्पताल में पशुओं के इलाज के लिए पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था की जाए। और लापरवाह डॉक्टरों पर उचित कार्रवाई भी की जाए। वहीं तहसीलदार सत्य नारायण चौबे ने इसकी जांच कराने की बात कही है।