तीन सींग वाले नंदी महाराज की अंतिम विदाई:मंदिर परिसर में ही दी गई समाधि
बिजावर में बुंदेलखंड के मिनी केदारनाथ कहे जाने वाले श्री जटाशंकर धाम में करीव 10 सालों से तीन सींग और तीन नेत्र वाले नंदी जी देह त्याग दी। वे आस्था का केंद्र बने थे और काफी समय से उनका इलाज जटाशंकर ट्रस्ट कमेटी द्वारा करवाया जा रहा था। 5 सदस्यीय डाक्टरों की टीम उनके इलाज के लिए लगी थी। इस खबर से जटाशंकर धाम में शोक की लहर दौड गई और धाम बंद रखा गया। इसके साथ ही उनका समाधि संस्कार यथा स्थान पर ही किया गया, जहां नंदी जी निवास करते थे। बताया जाता है कि नंदी जी किशनगढ़ के लक्ष्मण यादव की गाय से जन्मे थे। वे विचरण करते हुए श्री जटाशंकर धाम पहुंचे थे और तब उनकी आयु करीब 6 साल थी। जिनके तीन सींग साथ ही ललाट पर तीसरा नेत्र होने से उनको धाम में स्थान दिया गया था। इस बारे में लोक न्यास श्री जटाशंकर धाम के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि नंदी जी का समाधि संस्कार उसी स्थान पर किया गया है। बाद में समाधि स्थल निर्माण और नंदी जी की प्रतिमा की स्थापना भी कराई जाऐगी।