सागर जेल में मनोदशा को बदलने कैदी लगा रहा घंटो ध्यान || SAGAR TV NEWS ||
मर्डर, मर्डर का प्रयास, छेड़छाड़, रेप, मारपीट, धोखाधड़ी जैसे मामलों में सजा काट रहे कैदियों को तनाव से मुक्त कराने के लिए सागर केंद्रीय जेल में मेडिटेशन कराया जा रहा हैं। ताकि जेल से बाहर निकलने के बाद समाज में इनकी मनोस्थिति ठीक रहे साथ ही खुद के द्वारा पहले की गई गलती का एहसास हो और दोबारा इस तरह की गलती ना करें, इसी उद्देश्य के साथ पिछले 7 दिनों से कैदियों को रोजाना 2 घंटे सुदर्शन क्रिया करवाई जा रही है। बता दें कि सागर केंद्रीय जेल में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के द्वारा आठ दिवसीय मेडिटेशन कराया गया, जिसमें 450 कैदियों और इनके बीच में रहने वाले जेल स्टाफ को यह मेडिटेशन कराया जा रहा है इसके प्रशिक्षक तेजविंदर सिंह ने बताया कि हम जय गुरुदेव कहते हैं इसका मतलब यह है कि हमारे अंदर जो श्रेष्ठ है और मेडिटेशन करने से लोग तनाव से मुक्ति पाते हैं, वहीं केंद्रीय जेल अधीक्षक दिनेश कुमार नारगावे ने बताया कि जब कोई व्यक्ति अपराध करके जेल में आता है तो यहां बहुत सारी नेगेटिव एनर्जी एकत्रित हो जाती है ऐसे में इन कैदियों में सकारात्मकता लाने के लिए इस तरह का आयोजन किया किया गया है आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा कराए जा रहे इस मैडिटेशन में कैदियों को बहुत ही अच्छा लग रहा है बहुत ही अच्छा महसूस कर रहे हैं इस तन मन स्वस्थ रहता है कैदियों ने भी बात करते हुए बताया कि इस मैडिटेशन से उन्हें बहुत लाभ हुआ है पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं।