दमोह में प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाए गए अमृत महोत्सव में पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दोनों हाथ जोड़कर जयंत मलैया से माफी मांगी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि उन्हें विश्वास नहीं होगा, लेकिन बताना चाहता हूं कि जब उन्हें भाजपा ने नोटिस दिया था तब उन्होंने उनसे कभी कुछ नहीं कहा। लेकिन प्रदेश के नेताओं से कहा था कि यह गलत है। जयंत मलैया जैसे नेताओं को तैयार होने में दशकों लग जाते हैं। तपस्या करनी पड़ती है, तब जाकर जयंत मलैया जैसे लोग तैयार होते हैं। उन्होंने कहा कि वो नाखुश थे। इसलिए प्रदेश से लेकर दिल्ली तक शिकायत की थी। व्यक्ति भूल कर सकता है, इसलिए पार्टी भी भूल कर सकती है और इसलिए वो भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री होने के नाते दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं। बता दें की साल 2018 में दमोह में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने इस्तीफा दिया और भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें दमोह से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। इस समय जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने भाजपा से टिकट के लिए काफी प्रयास किए थे। लेकिन राहुल सिंह को टिकट मिला। इस चुनाव में राहुल कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन से करीब 16000 वोटों से चुनाव हार गए। इसके बाद राहुल सिंह ने पूर्व वित्त मंत्री को इस हार का कारण बताया और पार्टी के वरिष्ठ तक यह शिकायत की कि जयंत मलैया के भितरघात के कारण को चुनाव हारे। प्रदेश पार्टी ने मलैया को इस मामले में नोटिस दिया। हालांकि 2 महीने बाद नोटिस निरस्त कर दिया। उसी नोटिस का जिक्र कैलाश विजयवर्गीय ने किया था।--------