खुरई पहुंचे दिग्विजय सिंह, बोले- कोई नहीं तो मैं चुनाव लड़ूंगा भूपेंद्र सिंह के ख़िलाफ़
खुरई- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शनिवार को सागर जिले की खुरई विधानसभा पहुंचे। यहां उन्होंने मंत्री भूपेंद्र सिंह के द्वारा लगाए आरोपों का पलटवार करते हुए मैदान में आकर लड़ने की चुनौती दी। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यदि खुरई से कोई उम्मीदवार नहीं मिला, तो मैं खुद उनके खिलाफ चुनाव लड़ूंगा। दिग्विजय सिंह करीब डेढ़ घंटे तक खुरई में रुके रहे। दिग्विजय सिंह खुरई विधानसभा में प्रताड़ित कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए पहुंचे थे। यहां वे राकेश दुबे गमीरिया के घर गए। राकेश पिछले साल हुए सेल्फी कांड में 78 दिनों तक जेल में रहे हैं। करीब 15 मिनट तक हुई मुलाकात में राकेश ने दिग्विजय सिंह को अपनी व्यथा सुनाई और बताया कि किस तरह से खुरई में कांग्रेस के कार्यकर्ता परेशान हैं। दिग्विजय सिंह ने मंत्री भूपेंद्र सिंह की ओर से 2 दिन पहले लगाए आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मेरे 10 साल के मुख्यमंत्री काल के दौरान मैंने क्या भूपेंद्र सिंह के लिए कोई एक भी परेशानी होने दी है। अगर हुई हो तो वह इसका जवाब दें, लेकिन यह क्या तरीका है? दादागिरी, गुंडागिरी और झूठे प्रकरण बना रहे हैं। यह ठीक नहीं है। अगर लड़ाई लड़ना है तो मैदान में आओ, निर्दोष लोगों को क्यों बंद करते हो? आओ लड़ो मैं भी आ रहा हूं तुम्हारे साथ में। दिग्विजय सिंह सबसे पहले कांग्रेस कार्यकर्ता राकेश के घर पहुंचे, जहां उन्होंने विस्तार से चर्चा की। इसके बाद अंबेडकर चौराहे पर पहुंचकर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। माल्यार्पण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री नथन सिंह राजपूत के घर पहुंचे। यहां उन्होंने बंद कमरे में चर्चा की। नगर पालिका चुनाव से सागर जेल में बंद अंशुल परिहार के घर पहुंचकर परिजनों से चर्चा की। इसके बाद हाल ही में नगर पालिका के चुनाव में कांग्रेस से रानी दुर्गावती वार्ड से पार्षद प्रत्याशी रही राधा देवी पति लक्ष्मीकांता ताम्रकार के घर पर पहुंचकर भी चर्चा की। सभी प्रताड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी पीड़ा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बताई।