किसी ने क्या खूब कहा है। की जूनून होना चाहिए फिर मुश्किलें क्या हैं। शिक्षक दिवस के मौके पर हम आपको एक ऐसे ही टीचर के बारे में बताते हैं जिनकी मेहनत जूनून और लगन से स्कूल की तस्वीर बदल दी है। हम बात कर रहे हैं। सागर जिले के जैसीनगर की जहाँ ओरिया गांव स्थित सरकारी एकीकृत माध्यमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक सौमित्र पांडे की। ग्रामीणों के मुताबिक 2013 के पहले स्कूल की स्थिति ठीक नहीं थी और 2013-14 में शिक्षक सौमित्र पांडे की पहली नियुक्ति औरिया के माध्यमिक स्कूल में हुई इसके बाद उन्होंने खुद की सैलरी और मित्र दृश्य शुक्ला के आर्थिक सहयोग से विद्यालय में नवाचार करना शुरू किया। इस कमा में दूसरे शिक्षक भी आगे आये। साथ ही ग्रामीण और ग्राम पंचायत ने भी सहयोग किया। जिसके बाद स्कूल में तार फेंसिंग,विद्युत फिटिंग, कक्षाओं का अंदरूनी परिवर्तन कर पढ़ने के लिए रनिंग बोर्ड का निर्माण के अलावा सजावट की गई। साथ ही एक स्मार्ट क्लास का निर्माण किया गया। इसके अलावा पेयजल, शौचालय व्यवस्था, परिसर में वृक्षारोपण, बाउंड्री वॉल सहित तमाम निर्माण कार्य करवाए गए। शिक्षक सौमित्र पांडे ने टीवी की व्यवस्था भी स्कूल कक्ष में की है। जहाँ बच्चे पढ़ायी करते हैं। जिस तरह प्राइवेट स्कूलों में पढ़ायी होती है। वैसा माहौल उन्होंने बनाया। ग्रामीण कहते हैं की शिक्षक सौमित्र पांडे के आने से ही गांव के स्कूल का कायाकल्प हुआ है। स्कूल की छुट्टी के बाद वो खुद ही गैती फावड़ा उठाकर निर्माण कार्य में मदद भी करते थे।