MP के सबसे छोटे जिले की कहानी , यहां पर सालभर से भी नहीं टिकते IAS-IPS
Stvn Information Desk मध्यप्रदेश का सबसे छोटा जिला निवाड़ी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए मुफीद साबित होता नहीं दिखाई दे रहा है। बीते 5 साल का ट्रैक रिकॉर्ड कुछ यही कहानी बयां कर रहा है। कुछ अधिकारियों को छोड़ दिया जाए तो जिले के गठन के बाद यहां से ज्यादातर अधिकारियों की विदाई जल्द ही हो गई। बता दे की 1 अक्टूबर 2018 को पदभार सभालने आये इस जिले में ज्यादातर अधिकारी एक साल का समय भी नहीं काट पाए हैं। और हाल ही में हटाए गए कलेक्टर तरुण भटनागर ऐसे पहले अधिकारी नहीं हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी कार्यप्रणाली के चलते हटाया है। इसके पहले तत्कालीन एसपी वाहनी सिंह को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कुछ इसी तरह के आरोपों के चलते हटा दिया गया था। एसपी आलोक सिंह भी सत्तारूढ़ दल के नेताओं से एडजस्ट न कर पाने के चलते जिले में सिर्फ 6 माह का कार्यकाल ही पूरा कर पाए, इसके बाद उन्हें हटा दिया गया। यही हाल कलेक्टर आशीष भार्गव और शैलबाला अंजना मार्टिन का रहा।